बहुत खूब धन्यवाद, मैं अकेला क्या धन्यवाद दूं, पूरे 25 गांव के लोग धन्यवाद दे रहे हैं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को जिनके कारण कालीसिंध नदी पर बैराज बना और नदी में 27 किलो मीटर के क्षेत्र में पानी एकत्रित हुआ। इससे पाईप लाइन डालकर मैंने अपनी 50 बीघा जमीन में पहली बार सिंचाई की है। फसल अच्छी है और इस बार हमारे घर धन-धान्य से भर जायेंगे।” यह बात महिदपुर तहसील के बोलखेड़ानाऊ के कृषक श्री उमरावसिंह ने उत्साह में बताई। वे कहते हैं कि “सरकार की इस योजना की जितनी प्रशंसा की जाये, कम है। हमारी तो तकदीर ही बदल गई।”
इसी तरह ग्राम नाहरखेड़ी के जीवनसिंह बताते हैं कि उन्होंने अपने 25 बीघा खेतों में पहली बार सिंचाई की है और भरपूर पानी मिल रहा है। वे बताते हैं उनके गांव के लगभग सभी लोगों के खेतों में पानी पहुंच गया है। इसी तरह ग्राम बोलखेड़ानाऊ के कृषक शिवकरण व्यास कहते हैं कि डेम से तो लाभ ही लाभ है। उनका कहना है कि इस अकेले डेम के निर्माण से क्षेत्र की आर्थिक उन्नति को अब कोई रोक नहीं सकता है। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री कमल कुवाल ने बताया कि इन्दौख बैराज के बनने से बैराज से लेकर पीछे की ओर 27 किलो मीटर क्षेत्र में पानी भर गया है और इससे लिफ्ट इरिगेशन के माध्यम से आसपास के कृषक सिंचाई का लाभ ले रहे हैं। बैराज से महिदपुर तहसील के ग्राम इन्दौख, बनसिंग, पाताखेड़ी, कछालिया सैयद, नाहरखेड़ा, लाड़नपुर, बोलखेड़ानाऊ, खराड़िया मानपुर, लालगढ़, झरन्याखेड़ी, कंथारी, घट्टियाजस्सा, लसुड़िया नाहटा, सामाकोटा और आगर जिले की बड़ौद तहसील के नरेला, बरोठीखुर्द, असिंध्या, पिपल्यामाना, गरड़ा, झांगरी, अलसिया, लालाखेड़ी एवं सोनारिया के कृषक लाभान्वित हो रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि क्षेत्रीय विधायक श्री बहादुरसिंह चौहान की उपस्थिति में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने 20 सितम्बर 2020 को महिदपुर तहसील के ग्राम इन्दौख में जल संसाधन विभाग द्वारा छोटी कालीसिंध नदी पर बनाये गये इन्दौख बैराज का लोकार्पण किया। 79 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस परियोजना से 6100 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जो इसी वर्ष पूरा होने जा रहा है। इस रबी वर्ष में महिदपुर एवं बड़ौद तहसील के 23 गांव के किसान अपने खेतों में सिंचाई कर अत्यन्त प्रसन्न हैं। इन्दौख बैराज की लम्बाई 320 मीटर और ऊंचाई 15.4 मीटर है तथा बैराज में 28.278 मीलियन घन मीटर पानी एकत्रित हुआ है।