जिले में बढ़ते कोरोना के संक्रमण और गृह विभाग के निर्देशों के आधार पर कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट प्रियंक मिश्रा द्वारा जिले में 9 अप्रैल की शाम 6 बजे से 17 अप्रैल की प्रातः 6 बजे तक के लिये कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है। शुक्रवार को कोरोना की चेन तोड़ने और कोरोना कर्फ्यू को सफल बनाने के लिये स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्यों और मैं भी कोरोना वॉलेन्टियर अभियान के तहत वॉलेन्टियर्स बने सदस्यों ने भी सक्रियता के साथ लॉकडाउन को जमीनीस्तर पर अमल में लाने में अपनी सहभागिता दी।
जिले के सभी थानों में विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों एवं स्वतंत्र रुप से वॉलेन्टियर्स बने सदस्यों ने पुलिस प्रशासन की टीम के साथ अपना मोर्चा संभाला और जिले में कोरोना कर्फ्यू के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये दुकानदारों और आजमनों को समझाईश दी और निर्धारित समय के बाद दुकानें बंद भी कराईं।
जिला प्रशासन द्वारा बार-बार कोविड-19 प्रोटोकॉल्स का पालन करने की अपील जनमानस से की गई है। जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा भी रोको-टोको अभियान के माध्यम से मास्क पहनने, दो गज दूरी का पालन करने और जिला प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की समझाईश दी गई। लेकिन लॉकडाउन अवधि में कोविड-19 प्रोटोकॉल्स फॉलो ना करने वालों और अनावश्यक घूमने वालों के खिलाफ प्रशासन ने कमर कसी है। कलेक्टर द्वारा केसीएस स्कूल को ओपन जेल घोषित किया गया है। सभी थानों में जेल वाहन लगाये गये हैं। जो लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों को ओपन जेल में शिफ्ट करेंगे।
प्रशासन के सम्पूर्ण टीम के द्वारा तत्परता के साथ लॉकडाउन को सफल बनाने और कोरोना की चेन तोड़ने की अपील जिलेवासियों से की गई है।