कुंडलपुर। सुप्रसिद्ध सिद्ध क्षेत्र कुंडलपुर में दशलक्षण महापर्व के प्रथम दिवस भक्तांमर महामंडल विधान, पूज्य बड़े बाबा का अभिषेक ,शांतिधारा, पूजन विधान संपन्न हुआ ।दोपहर में स्थानीय विद्या भवन में शांति विधान का आयोजन हुआ विधान कर्त्ता मनीष मलैया धार्मिक आयोजन मंत्री कुंडलपुर एवं वीरेंद्र कुमार जैन महेवा वाले कुंडलपुर विधान में सम्मिलित हुए। संगीतमय इस विधान में अनेक श्रावक उपस्थित रहे।इस अवसर पर पूज्य मुनि श्री निरंजन सागर जी महाराज ने दशलक्षण पर्व के प्रथम दिवस उत्तम क्षमा धर्म पर प्रवचन देते हुए बताया कि क्रोध का कारण उपस्थित रहने पर भी क्रोध ना करना क्षमा है ।क्षमा कायरता नहीं वरन क्षमा वीरो का आभूषण है। प्रतिकूल व्यवहार होने पर भी मन में कलुषता का भाव ना आना ही उत्तम क्षमा है ।क्षमावान मनुष्य का कोई शत्रु नहीं होता। क्षमा ही सब धर्मों का सार है ।क्षमा मांगते समय किसी प्रकार का संकोच नहीं होना चाहिए। पूज्य बड़े बाबा की शांति धारा, प्रथम कलश एवं ऋद्धि मंत्र कलश करने का सौभाग्य सुकांत जैन ,विकास जैन गोल्डी ,मोनू ,बीना जैन जयपुर लक्ष्मी देवी लाजिम पन्नालाल जी ठोलिया जैन परिवार मुंबई को प्राप्त हुआ ।भगवान श्री पारसनाथ की शांति धारा छत्र चवंर चढ़ाने का सौभाग्य राजेश जैन अजमेरा, मुदित, इंदू ,रूपाल आर्या, अंकित जैन परिवार परासिया एवं प्रकाश चंद कैलाश रितु मोनिका बाबूलाल जैन राहतगढ़ को प्राप्त हुआ।
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