दसलक्षण पर्व आत्म शोधन का पर्व
कुंडलपुर। सुप्रसिद्ध सिद्धक्षेत्र कुंडलपुर में जैन धर्म का महान पर्व पर्वराज दसलक्षण पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा ।इस अवसर पर परम पूज्य संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के मंगल आशीर्वाद से मुनि श्री निरंजन सागर जी महाराज के पावन सानिध्य में 31 अगस्त से 9 सितंबर 2022 तक दसलक्षण पर्व के दसों दिवस विविध धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। प्रतिदिन प्रातः भक्तामर महामंडल विधान ,पूज्य बड़े बाबा का अभिषेक -शांतिधारा, पूजन, आचार्य श्री पूजन , दशलक्षण विधान ,पूज्य मुनि श्री के मंगल प्रवचन एवं तत्वार्थ सूत्र वाचन होगा । दोपहर में विद्या भवन मे विधान का आयोजन होगा।सायंकाल पूज्य बड़े बाबा की संगीतमय महा आरती एवं 48 दीपों के साथ भक्तांमर पाठ का एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम काआयोजन होगा। दसलक्षण का यह महान पर्व आत्म शोधन का पर्व है। इसका संबंध घर की लीपापोती और दुकान के हिसाब किताब से नहीं है। इस पर्व में यह देखा जाता है कि अंतःकरण की साफ-सफाई कितनी हुई आत्म परिणामों में कितनी विशुद्बता आयी है ।बैर भाव कितना घटाया है ,वैमनस्यता के भाव कितने कम हुए हैं। पर्व होते हैं जागने के सजग होने के अवसर ।इस पर्व को हम पुण्य का पालक और पाप का प्रक्षालक भी कह सकते हैं। 10 दिन दस धर्म उत्तम क्षमा, उत्तम मार्दव, उत्तम आर्जव ,उत्तम शौच, उत्तम सत्य, उत्तम संयम, उत्तम तप, उत्तम त्याग ,उत्तम अकिंचन, उत्तम ब्रह्मचर्य, इन दस धर्म की पूजा -आराधना की जाती है। इस अवसर पर कुंडलपुर क्षेत्र कमेटी अध्यक्ष चंद्र कुमार सराफ एवं सभी समिति सदस्यों ने धर्म श्रद्धालुओं से कुंडलपुर पधार कर धर्म लाभ लेने का अनुरोध किया है।