रिपोर्टर -ओम समद, गांधीग्राम (बुढ़ागर)
ठेकेदार की मनमानी से ग्रामीणों में आक्रोश जिले के सबसे बडे तालाब बुढ़ान सागर के बाशिंदे बूंद बूंद पानी को मोहताज , जिम्मेदार बेपरवाह
गांधी ग्राम (बुढ़ागर) जहां जिले का सबसे विशाल तालाब बुढ़ान सागर स्थित है, जिसमें की 550 एकड़ में अथाह जल राशि भरी रहती थी आज वहां के बाशिंदे बूंद बूंद पानी को मोहताज हैं। और इसका जिम्मेदार है जल जीवन मिशन के अंतर्गत घर-घर पाइपलाइन के माध्यम से पेयजल पहुंचाने वाला ठेकेदार जिसकी मनमानी का शिकार आज ग्राम पंचायत की 10,000 से ऊपर की आबादी है। सहायक यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी उपखंड सिहोरा के अनुसार मेसर्स आशुतोष उपाध्याय जबलपुर की कंपनी को गांधी ग्राम एवं खजुरी ग्राम पंचायत में जल जीवन मिशन के अंतर्गत घर-घर पाइपलाइन पहुंचाने टंकी निर्माण व संपवैल निर्माण का ठेका मिला हुआ है। मगर ठेकेदार की मनमानी के कारण काम समय पर पूरा नहीं हो पा रहा है इसका खामियाजा इतनी बड़ी आबादी को भुगतना पड़ रहा है। कार्यालय कार्यापालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय खंड जबलपुर के द्वारा दिनांक 22 /07 /22 को एक रिमाइंडर जारी मैसर्स आशुतोष उपाध्याय ठेकेदार कंपनी को पत्र क्रमांक 3448 के माध्यम से हिदायत दी गई थी जिसके अनुसार उक्त कंपनी को पीएसी रूपये,274.73 लाख अनुबंध का ठेका गांधीग्राम में निर्माण कार्य करने के लिए मिला है उक्त कार्य को विगत वर्ष जुलाई माह से नौ माह के भीतर वर्षाकाल सहित पूरा करना था। मगर विगत 2 माह ऊपर बीत जाने और वर्षा काल पुनः आ जाने के बाद भी ठेका निर्माण कंपनी ने अभी तक आधा काम करके भी नहीं दिया है, अब समझ में नहीं आ रहा है कि अवधि बीत जाने और बारिश आ जाने के बाद भी अगर ठेका कंपनी ने काम पूरा नहीं किया तो यह योजना कब तक पूरी होगी और कब बुढ़ागर के बाशिंदों को स्वच्छ जल पीने को मिलेगा। ठेकेदार की मनमानी इतनी अब्बल दर्जे की है, और उसका शासन प्रशासन में इतना रसूख है की अधिकारी रिमाइंडर पर रिमाइंडर जारी करने के बावजूद ठेका कंपनी का बाल भी बांका नहीं कर पा रहे। ग्राम के किशन बेन, दीपक वंशकार ,पुनउराम चौधरी, संतोष चक्रवर्ती, राजेश चक्रवर्ती, राज कुमार पाल, माया श्रीवास्तव, शीला, संजो, संगीता कोल को आदि ने बताया कि किस तरह बूंद बूंद पानी के लिए उन्हें जद्दोजहद करनी पड़ती है। दिन में कई बार बिजली ट्रिपिंग होने के कारण पंचायत के बोर से भी उन्हें बराबर पानी नहीं मिल पाता जिसके कारण आपस में ही महिलाओं में बुराइयां हो रही है और कहां सुनी की बात लड़ाई झगड़े में तब्दील होकर थाने तक पहुंच रही है। मगर ठेकेदार और शासन प्रशासन के कान में जू तक नहीं रेंग रही है, ऐसा नहीं है कि यह पहली बार है इसके पूर्व में भी ठेकेदार द्वारा घटिया निर्माण करने एवं देरी से काम शुरू करने के कारण कार्यपालन यंत्री सिहोरा के द्वारा ठेका कंपनी को समय पर निर्माण कार्य पूरा ना करने एवं काम को 2 महीने देरी से शुरु करने के कारण चेतावनी पत्र दिया था । इसमें स्पष्ट उल्लेख किया गया था कि यदि कंपनी ने उक्त कार्य ठीक समय सीमा में पूरा नहीं किया तो कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दूसरी कंपनी से निविदा बुलाई जाएगी किंतु उस पर भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। बस से बदतर है रामपुर की हालात गांधीग्राम के रामपुर टोला स्थित समप्वेल से सप्लाई शुरू नहीं होने के कारण गांव के हालात बद से बदतर हो गए हैं। रामपुर टोला मैं हैंडपंप की बोरिंग का जलस्तर नीचे चले जाने के कारण ग्राम पंचायत को टैंकरो से पानी सप्लाई करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। वही लोगों को उनकी जरुरतो के हिसाब से पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है, कमोबेश यही हालात धमकी गांव के हैं।
ग्राम के पंडित जाला दुबे, हरिप्रसाद चौरसिया, नारायण सिंह ठाकुर, सतीश चौरसिया, दिलीप चौधरी, राजेश केवट, महेंद्र केवट, सोमनाथ कोल, रामफल कोल, चंदा ,रामसरुप चौहटेल, निशा मोगरे, श्यामा बेन आदि ने समय रहते ठेकेदार के ऊपर कारवाही ना होने की स्थिति में आदोलन करने की चेतावनी दी है।
*इनका कहना है,, ठेकेदार द्वारा नौ माह की समय अवधि बीत जाने के बाद भी जल जीवन मिशन का काम पूरा नहीं किया गया है इस संबंध में मेरे द्वारा एवं कार्यपालन यंत्री जबलपुर के द्वारा भी रिमाइंडर भेजा गया है किंतु ठेकेदार पिछले 4 माह से एचडीपीई पाइप की बिक्री ना होने का हवाला देकर टालमटोल कर रहा है। हेमचंद विश्वकर्मा कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी उपखंड सिहोरा।
इनका कहना है गांधीग्राम माल्हा टोला रामपुर टोला एवं धमकी में पीने के पानी की बहुत ज्यादा किल्लत है ग्राम पंचायत के पास पर्याप्त साधन नहीं होने के कारण खान मालिकों से टैंकर लेकर पानी की सप्लाई की जा रही है, ठेकेदार द्वारा जल जीवन मिशन के कार्य में हीला हवाली करने के कारण हजारों लोग आज जल संकट से जूझ रहे हैं।
राधा विवेक चौरसिया सरपंच गांधीग्राम।