एनटीपीसी की सद्बुद्धि एवं क्षेत्र को प्रदूषण से मुक्ति के लिए किसानों द्वारा किया गया हवन पूजन, आखिर इतना बड़ा दिल लाते कहां से अन्नदाता
गाडरवारा। एनटीपीसी सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट में प्रभावित किसानों द्वारा विगत 29 अगस्त से लगातार शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन 17 वे दिन भी जारी है आंदोलन में विभिन्न तरीकों से एनटीपीसी का विरोध प्रदर्शन चल रहा है इसी के तारतम्य मे प्रभावित किसानों द्वारा प्रबंधन को सद्बुद्धि एवं क्षेत्र में हुए प्रदूषण और अमन शांति के लिए प्रभावित किसानों द्वारा यह आयोजन किया गया है, इसके पहले केंडल मार्च और बाइक रैलि का आयोजन भी किया था, आखिर किसान इतना बड़ा दिल कहा से लाते हैं जो 17 दिन से धूप, बरसात सहन करने के बाद भी धर्म का पथ नहीं छोड़ते नमन है देश के अन्नदाता को राजनीति के नुमाइंदों से इनसे सब्र सीखना चाहिए आँखों मे आंसू होने के बाद भी होठों पर मुस्कान लेकर अपनी छोटी सी माँगों के लिए अभी भी इंतजार कर रहे हैं, अभी तक एनटीपीसी प्रबंधन एवं प्रशासन द्वारा किसानो के हितों के लिए कोई उचित रास्ता नहीं निकाला ना ही कोई सार्थक प्रयास किए जा रहे आखिर कब तक ऐसे किसान अपने काम धंधे छोड़कर सत्याग्रह आंदोलन करते रहेंगे और प्रशासन और सरकार की कब नींद टूटेगी या ऐसे ही किसान परेशान होकर आत्महत्या करने पर मजबूर रहेगा, आखिर प्रबंधन रूपी कुंभकर्ण की कब नींद टूट कर इन गरीब भूमिहीन किसानों के घर मे नयी उम्मीदों का चूल्हा जलेगा, आखिर सबके पेट भरने वाले किसानो के दर्द को सरकार कब गंभीर लेगी या फिर ऐसे ही किसानों की लाशों पर सिर्फ राजनीति होती रहेगी |