पलोहा बड़ा। वर्षों से ग्राम पलोहा बड़ा की सेवा सहकारी समिति मर्यादित क्षेत्र के किसानों की गेहूँ की फसल समर्थन मूल्य पर क्रय करने हेतु उपार्जन केंद्र रहा है।इस वर्ष शासन द्वारा इस केंद्र को बन्द कर दिया गया है जिससे किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरे देखी जा रही है ।ग्राम में गेहूँ उपार्जन न बनाये जाने से क्षेत्र के किसानों में आक्रोश है। क्षेत्र के किसानों ने तत्काल सेवा सहकारी समिति मर्यादित पलोहा बड़ा को गेहूँ उपार्जन केंद्र बनाने की मांग की है।
” गॉंव में फसल की खरीदी न होने से बिचौलियों को फसल बेचने मजबूर होना पड़ेगा।”
श्याम गुर्जर(कृषक)
पलोहा बड़ा
” किसान कर्ज के गर्त में जा रहा है,सरकार की किसान विरोधी नीतियों ने किसान का दिवाला निकाल दिया है। ग्राम पलोहा बड़ा का खरीदी केंद्र बन्द कर देने से किसानअपनी फसल लेकर दर -दर भटकेगा।”
पं. अविनेश अवस्थी(रऊ महाराज)
कृषक नेता
पलोहा बड़ा
[ “वैसे ही मँहगे पैट्रोल-डीजल ने कृषि का बजट बिगाड़ दिया है।गांव में गेहूँ उपार्जन केंद्र न होने से फसल लेकर गाडरवारा जाना पड़ेगा जिससे भाड़े का अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ेगा।”
कमलेश सेठ(कृषक)
पलोहा बड़ा
” बिजली, खाद,पाउडर ,डीजल की महंगाई से वैसे ही हैरान है,अब फसल आ गई तो बेचने के लिए परेशान होना पड़ रहा है।”
सुखराम पटेल(कृषक)
पलोहा बड़ा
“यदि ग्राम में सरकार द्वारा खरीदी नहीं की गई तो कृषकों को आन्दोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी।”
मेहरवान गुर्जर(कृषक नेता) पलोहा बड़ा
previous post