गाडरवारा। गत दिवस राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल शिक्षक संदर्भ समूह के समन्वयक एवं शिक्षा विद डॉ.दामोदर जैन के कुशल नेतृत्व में आयोजित त्रिदिवसीय ऑनलाइन वर्चुअल मीटिंग के जरिये परस्पर शैक्षिक संवाद कार्यक्रम में नरसिंहपुर जिले सहित प्रदेश के सभी 52 जिलों के शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों ने सहभागिता की । 23 जून से 25 जून तक चले इस कार्यक्रम को प्रारम्भिक शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी क्रांति लाने वाले भारत के महान शिक्षा विद -गीजूभाई वधेका की पुण्यतिथि एवं मध्यप्रदेश के महान शिक्षाविद डॉ गुलाब चौरसिया के जन्मदिवस पर विशेष रूप से आयोजित किया गया। प्रथम दिवस गीजूभाई द्वारा रचित प्रसिद्ध पुस्तक दिवास्वप्न पर गहन चिंतन करते हुये सभी शिक्षकों को उसे आत्मसात करने की जरूरत पर बल दिया गया। कार्यक्रम के द्वितीय दिवस में ” मेरी शाला मेरी पहचान ” विषय पर नरसिंहपुर जिले के सहायक शिक्षक आनंद नेमा द्वारा विचार रखे गये। अंतिम दिन वर्तमान में “शिक्षक प्रशिक्षण की दिशा व दशा ” पर नरसिंहपुर जिले की ओर से शासकीय मॉडल शाला तूमड़ा के राजकीय सम्मान प्राप्त शिक्षक हल्के वीर पटैल ने प्राथमिक विद्यालयों में नवाचारों को अपनाते हुये बालकेन्द्रित शिक्षा पर अपने उत्कृष्ट विचारों को बड़ी गंभीरतापूर्वक रखा साथ ही राज्य स्तर तक तूमड़ा मॉडल शाला की सफलता का श्रेय सभी को दिया।समीक्षक एवं मुख्यअतिथि डॉ. गुरवचन सिंहअजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय ने हल्केवीर पटैल के विचारों को समीक्षा के दौरान काफी सराहना मिली और इनके विचारों और नवाचारों को जमीनी स्तर का एक सफल प्रयोग बताया। कार्यक्रम के समापन दिवस पर राज्य शिक्षक संदर्भ समूह के समन्वयक डॉ.दामोदर जैन ने सम्मिलित सभी अतिथिगणों एवं सहभागियों का आभार जताया।