गाडरवारा। आदिवासी वनांचल गोटीटोरिया क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम टूइयापानी मल्फ़ी सीतारेवा तट के पास श्री शुद्धाश्रम सिद्धपीठ शनिधाम में स्थापित भगवान शनिदेव की प्रतिमा श्रद्धालुओं के लिये आस्था का केंद्र बनी हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां हर शनिवार बड़ी संख्या में शनि भक्त दूर दूर से दर्शन एवं पूजन के लिए आते है। हर शनिवार को यहाँ लोग भंडारे भी करवाते है।भक्तों की बडी संख्या में आवाजाही के मद्देनजर यहां सीतारेवा नदी के पास प्रसाद , नाश्ते की दुकाने भी सज गई है। बताया जाता है की यहां नववर्ष के पहले दिन बहुत भीड़ थी बड़ी संख्या में लोग दर्शन करने आये थे। यहां से पर्यटन स्थल छोटा जबलपुर भी नजदीक है इस कारण से यह सम्पूर्ण क्षेत्र अब धीरे धीरे लोकप्रिय होता जा रहा है। आश्रम से जूड़े पुरुषोत्तम वर्मा ने बताया की यहां शनिबार को लोग भजन गाकर , तेल व प्रसाद चढ़ाकर भगवान शनिदेव की आराधना करते है। शनिदेव की प्रतिमा खेत मे बखरनी करने पर निकली है जो की काफी प्राचीन देखने पर लगती है। समाजसेवी कार्यकर्ता विक्की गुप्ता ने बताया की यहां अनेक वर्षों पूर्व कोयले की खदान होने की जानकारी थी । शनि भगवान की प्रतिमा को देखकर ऐसा प्रतीत होता है की पहले यहां प्राचीन शनि मंदिर रहा होगा। उल्लेखनीय है की सुचारू व्यवस्थाये बनाने में रवि भाई, नन्दू भैया, शिवचरण वर्मा,पूर्व सरपंच सुक्कु ठाकुर,गुड्डा बाबाजी, शुभम वर्मा,तुलसीराम, आशाराम आदि ग्रामवासियों का सहयोग निरंतर मिलता रहता है।
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