गाडरवारा। कुछ शिक्षक शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी कार्य कर रहे हैं जिससे जिले का नाम रोशन हो रहा हैं लेकिन कुछ शिक्षक ऐसे भी हैं जो मनमर्जी से कार्य करते हैं हम बात कर रहे हैं चीचली विकासखंड के हाई स्कूल सीरेगांव की जहां शिक्षक अपनी मनमर्जी से स्कूल पहुंचते हैं और स्कूल छुट्टी के समय के पहले ही बच्चों को छोड़ देते हैं जब प्रभारी प्राचार्य से बात करनी चाही तो वो बौखला कर बोले हम तो ऐसे ही स्कूल संचालित करेंगे जिसको जो करना है वह कर ले हमारा कोई कुछ नहीं पटा पाएगा ज्यादा से ज्यादा ट्रांसफर होगा हम तो यही चाहते हैं । विभाग कुछ नहीं कर पाएगा हमारा
क्या इन शिक्षकों को विभाग का कोई डर नहीं ?
जोकि ऐसी सोच और भाषा शैली का उपयोग करते हैं ?
इनका कहना है
सीरेगांव स्कूल के शिक्षक मनमर्जी से स्कूल आते जाते हैं कभी 12:00 बजे तो कभी 1:00 बजे तक स्कूल पहुंचते हैं यह आए दिन देखने को मिलता है।
राहुल रजक ग्रामीण सीरेगांव
सीरेगांव स्कूल की शिकायत प्राप्त हुई है जिसको मैं देखता हूं उचित कार्यवाही की जाएगी।
डीके पटेल बीआरसी चीचली
