गाडरवारा। बीते सोमवार को आशा उषा आशा सहयोगिनी एकता यूनियन (सीटू) के प्रांतीय आव्हान पर साईंखेड़ा विकासखण्ड की आशा ,उषा एवं सहयोगी कार्यकर्ताओ ने साईंखेड़ा बीएमओ डॉ जगदीश वर्मा को ज्ञापन सौंपकर हड़ताल पर जाने की जानकारी दी। ज्ञापन में उल्लेखित किया गया है की विगत 14-15 वर्षों से विभिन्न प्रशिक्षणों के बावजूद आशा कार्यकर्ताओं को भीषण मँहगाई के दौर मे मात्र 2000 रु प्रोत्साहन राशि मानदेय के रूप में मिलती है इसके अलावा कोरोनाकाल में 1000 रु की राशि कोविड ड्यूटी पर दी जाती है । सहयोगियों को सिर्फ 500 रु की राशि दी जाती है। इसके अलावा आशा एबं सहयोगी कार्यकर्ताओ को ड्यूटी के दौरान मास्क, ग्लब्स, सेनेटाइजर भी नही दिए जाते जिसके चलते कोरोना से संक्रमित होने का अंदेशा हमेशा बना रहता है। कोविड ड्यूटी के दौरान मृत आशाओं के परिवार को शासन के आदेश के बावजूद 50 लाख रुपये की बीमा राशि से भी वंचित किया जा रहा है। ज्ञापन के माध्यम से कार्यकर्ताओ ने राज्य सरकार से अतिरिक्त वेतन की मांग सहित केंद्र सरकार से सभी कार्यकर्ताओ हेतु निःशुल्क टीकाकरण, सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने , सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करते हुए आम जनता को इलाज, बेड, आक्सीजन, वेंटिलेटर सहित पर्याप्त मात्रा में जरूरी दवाएं , डॉक्टर, नर्स सहित पैरामेडिकल स्टाफ के रिक्त पदों पर भर्ती करने , स्वास्थ्य सेवाओ का निजीकरण रोकने , आशा एवं सहयोगी कार्यकर्ताओ को नियमित करने, आयकर दायरे से बाहर आने वाले परिवारों को 7500 रु प्रतिमाह , आशा को 21000 रु एव सहयोगी को 30000 रूपये न्यूनतम वेतन देने सबंधी मांगो को शामिल किया गया है। इस अवसर पर ज्ञापन देने वालो में धनवती दुबे, ममता राजपूत, शिवा त्रिवेदी , भारती विश्नोई सहित अन्य शामिल रही।