श्री श्री वृंदावन गार्डन गाडरवारा में हुआ रुद्राभिषेक
गाडरवारा !श्रावण मास में सृष्टि संचार के समस्त कार्यों को देवाधिदेव महादेव को सौंप कर, सृष्टि के पालक भगवान विष्णु चार माह की योग निंद्रा में विश्राम करते हैं। इस अवसर पर श्रावण माह में शिव आराधना का विशेष महत्व है!
पूज्य गुरुदेव श्रीश्री रविशंकर जी के संकल्प से सावन में रुद्राभिषेक के आयोजन हेतु विशेष आर्ट ऑफ लिविंग बैंगलोर से वैदिक आचार्यों सहित योग्यशिक्षक सहायकों का दल पूरे देश में यात्रा करते हैं।
यह अभिषेक पूर्णतः वैदिक संस्कृति के आधार पर संपन्न होता है। जिसमें मंत्रोच्चार आचार्य व पारद शिवलिंग का अभिषेक शिक्षक करते हैं । शेष यजमान ध्यानस्थ हो कर अपने अंदर विराजमान शिवतत्व के प्रभाव को महसूस करते हैं।
गुरु परम्परा, गणपति, माता दुर्गा की स्तुति उपरांत शिवजी की आराधना महामृत्युंजय मंत्र और रुद्राष्टक स्तुति द्वारा होती है। इसी बीच शिक्षक जल, दूध दही शहद और अष्टगंध द्वारा शिवलिंग का अभिषेक करते जाते हैं।
आर्ट ऑफ लिविंग प्रशिक्षक आशीष भैया द्वारा इस पूजन पद्धति के उद्देश्य व फल का सूक्ष्म सारगर्भित विवरण दिया और आचार्य द्वारा दिव्य मन्त्रों का शुद्ध संस्कृत में स्पष्ट व लयबद्ध उच्चारण से वातावरण में दिव्यता और आनन्द का समावेश होता है।
भजन, इस आयोजन का एक और प्रमुख हिस्सा है, जो हमारे जमाडा मंडल द्वारा प्रस्तुत किया गया , युवाचार्यों ने इस पक्ष में बहुत साधना की है जो उनके गायन में दिखाई देती है। आरती के उपरांत आदरणीय आशीष भैया द्वारा प्रसाद के साथ ब्लेसिंग देते हुए अनुष्ठान संपन्न हुआ ।
इस कार्यक्रम में आर्ट ऑफ लिविंग गाडरवारा , एवं जमाडा के सदस्यों सहित अन्य धर्मानुरागी भी शामिल हुए! उक्त जानकारी आर्ट ऑफ लिविंग मीडिया प्रभारी नीलेश साहू द्वारा दी गई !