थाना मझगवॉ अंतर्गत हुई सनसनीखेज अंधी हत्या का 24 घंटे के अंदर खुलासा
पत्नि ने ही प्रेमी के साथ षणयंत्र रचकर, कराई थी पति की हत्या
पत्नि एवं पत्नि का प्रेमी तथा दोस्त तीनों गिरफ्तार
थाना मझगवॉ अपराध क्र. 343/22 धारा 302, 201, 120बी,109 34 भादवि एवं 3(2)(व्हीए), 3(2)(व्ही) एससी एसटी एक्ट
नाम पता गिरफ्तार आरोपीः-
1- धर्मेन्द्र उर्फ धिन्नू पटैल उम्र 28 वर्ष, निवासी देवरी थाना मझगवॉ
2- अमित उर्फ चलीसा पटैल उम्र 30 वर्ष निवासी देवरी थाना मझगवॉ
3- श्रीमति मनीषा उर्फ साधना चौधरी उम्र 28 वर्ष निवासी देवरी थाना मझगवॉ
जप्ती-3 मोबाईल, घटना में प्रयुक्त मोटर सायकिल एवं घटना के वक्त पहने हुये कपडे।
घटना का विवरण:- थाना मझगवां में दिनांक 25-9-22 की सुवह नरोत्तम प्रसाद चौधरी उम्र 53 वर्ष निवासी ग्राम देवरी सतधारा ने सूचना दी कि उसका मझला लड़का आशीष कुमार चौधरी उम्र 30 वर्ष दिनंाक 24-9-22 की सुवह लगभग 8-30 बजे अपनी मोटर सायकल से ग्राम पिडरई थाना ढीमरखेड़ा मिस्त्री का काम करने के लिये गया था शाम 7-30 बजे उसकी नातिन दुर्गा उम्र 11 वर्ष ने फोन लगाकर पूछी तो आशीष बोला कि 10 मिनिट में आ रहा हॅू, जब लड़का आशीष 9-10 बजे रात तक घर नहीं आया तो वह अपने भतीजे धर्मेन्द्र के साथ आशीष की तलाश करता रहा , आशीष नहीं मिला सुबह लगभग 5 बजे आशीष की तलाश किये तो आशीष चौधरी कुम्ही परसेल के बीच कूर बाबा के पास रोड किनारे मृत अवस्था में पड़ा ।
मृतक के सिर में चोट थी, आसपास खून फैला हुआ था, पास ही 2 पत्थर पडे थे तथा कुछ ही दूरी पर देशी शराब के 4 खाली पाव एवं 1 बिसलरी की पानी की बॉटल खाली पडी थी।
मौके पर जयकुमार चौधरी उम्र 51 वर्ष निवासी ग्राम देवरी सतधारा ने बताया कि दिनंाक 24-9-22 की शाम लगभग 6 बजे वह सप्ताहिक बजार के लिये सब्जी खरीदने के लिये ग्राम कुम्ही आया था बजार से सब्जी भाजी खरीदने के बाद शाम लगभग 7-15 बजे वह शराब दुकान के पास समोसा दुकान में खड़े होकर समोसा खा रहा था उसी दौरान भतीजा आशीष चौधरी दिखा जो शराब दुकान के सामने मेन रोड पर गांव के धर्मेन्द्र उर्फ धिन्नू पटैल तथा अमित उर्फ चालीसा के साथ खड़ा होकर बात कर रहा था उसके बाद भतीजा आशीष अपनी मोटर सायकल से तथा धर्मेन्द्र एवं अमित दूसरी मोटर सायकल से आशीष को अपने साथ परसेल तरफ लेकर चले गये थे। दिनंाक 25-9-22 को उसे जानकारी मिली कि भतीजे आशीष की लाश कूर बाबा भटिया के पास पडी है उसने पहुंचकर देखा तो आशीष के सिर के पास वायें तरफ चेहरे में खून लगा था गले में गमछा लिपटा था पास में आशीष की मोटर सायकल पड़ी मिली।
घटित हुई घटना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया, सूचना पर *पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.)* के निर्देश पर एस.डी.ओ.पी. सिहोरा श्रीमति भावना मरावी, एफएसएल अधिकारी डॉक्टर सुनीता तिवारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री शिवेश सिंह बघेल मौके पर पहुंचे।
वरिष्ठ अधिकारियों एवं एफ.एस.एल. टीम की उपस्थति में पंचनामा कार्यवाही कर शव को पीएम हेतु भिजवाते हुये अपराध क्रमंाक 343/22 धारा 302, 201, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
*पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.)* द्वारा पतासाजी करते हुये आरोपियों की शीध्र गिरफ्तारी हेतु आदेशित किये जाने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री शिवेश सिंह बघेल एवं एस.डी.ओ.पी. सिहोरा श्रीमति भावना मरावी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी मझगवॉ श्री लोकमन अहिरवार के नेतृत्व में टीम गठित कर लगायी गयी।
गठित टीम द्वारा सरगर्मी से तलाश कर संदेही धर्मेन्द्र उर्फ धिन्नू पटैल उम्र 28 वर्ष एवं अमित उर्फ चालीसा पटैल उम्र 30 वर्ष दोनों निवासी देवरी को अभिरक्षा मे लेते हुये से घटना के संबंध मे सघन पूछताछ की गयी जिस पर पाया गया कि मृतक आशीष चौधरी की पत्नी मनीषा उर्फ साधना चौधरी के साथ धर्मेन्द्र उर्फ धिन्नू पटैल का 3-4 वर्ष से प्रेम संबंध था, आशीष चौधरी अपनी पत्नि पर शंका करते हुये आये दिन वाद विवाद , मारपीट करता था जिससे तंग आकर पत्नि मनीषा उर्फ साधना चौधरी द्वारा षणयंत्र रचते हुये पति आशीष चौधरी की हत्या करने को कहने पर धर्मेन्द्र उर्फ धिन्नू पटैल ने अपने साथी अमित उर्फ चलीसा पटैल के साथ आशीष चौधरी की हत्या करने की योजना बनाई और योजना के अनुसार शराब पिलाने के बहाने कूर की भटिया में ले जाकर शराब पिलाकर, सिर में पत्थर मारकर हत्या कर दी तथा एक्सीडेंट मे मृत्यु होने का स्वरूप देने के लिये शव एवं मोटर सायकिल को गड्ढे मे ढकेल डाल दिया।
प्रकरण में धारा 120 बी, 109 भादवि एवं 3(2)(व्हीए), 3(2)(व्ही) एससी एसटी एक्ट का इजाफा कर श्रीमति मनीषा उर्फ साधना चौधरी उम्र 28 वर्ष निवासी देवरी को अभिरक्षा में लेते हुये तीनों आरोपियेां की निशादेही पर 3 मोबाईल, घटना में प्रयुक्त मोटर सायकिल एवं घटना के वक्त पहने हुये कपडे जप्त करते हुये तीनों आरोपियों को प्रकरण में विधिवत गिरफ्तार कर मान्नीय न्यायलय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
उल्लेखनीय भूमिका– अंधी हत्या का खुलासा कर आरोपियेां को 24 घंटे के अंदर पकडने में थाना प्रभारी मझगवॉ श्री लोकमन अहिरवार के नेतृत्व में उप निरीक्षक विनोद बागरी, सहायक उप निरीक्षक भेयालाल वर्मा, महिला प्रधान आरक्षक राध सिंह, आरक्षक देवराज कौरव, सुनील श्रीवास, उदय प्रजापति, हरिनारायण, दयाराम परते, गोविंद सिंह लोधी, महिला आरक्षक नेहा पाठक सैनिक रामकृपाल यादव, एसडीओपी कार्यालय में पदस्थ आरक्षक नीरज चौरसिया, की सराहनीय भूमिका रही।