जबलपुर। कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा की अध्यक्षता में आज कलेक्टर सभागृह में राजस्व अधिकारियों की बैठक संपन्न हुई। बैठक में अतिरिक्त कलेक्टर श्री संदीप जीआर, श्री राजेश बाथम सहित सभी एसडीएम तहसीलदार एवं आरआई उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री शर्मा ने इस दौरान राजस्व से जुड़े एक-एक प्रकरणों की समीक्षा की और कहा कि संवेदनशीलता एवं पारदर्शिता से सभी प्रकरणों को समय सीमा में निराकृत करें। उन्होंने सीएम हेल्प लाइन में लंबित प्रकरणों की समीक्षा कर संतुष्टि के साथ समय सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिये। नजूल पट्टों के नवीनीकरण के लिए चलाये जा रहे शिविरों की जानकारी तथा नजूल पट्टों के नवीनीकरण, राजस्व प्रकरणों के पंजीयन व निराकरण, तत्परता से करने के निर्देश के साथ कहा कि सक्रियता से कार्य कर जनता को सुशासन देना है, प्राथमिकता से योजनाओं को बिना देरी किये आमजन तक पहुंचायें एवं उन्हें लाभान्वित करें।
कलेक्टर श्री शर्मा ने पिछले राजस्व बैठक में दिये गये निर्देशों का पालन पर चर्चा कर कहा कि आमजन तक योजनाओं को पहुंचाने व उन्हें लाभान्वित करने के लिए उत्तरदायित्व का निर्धारण करें। इस दौरान नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, अतिक्रमण, बीपीएल कार्ड, चिटफंड कंपनियों, माफियाओं व मिलावटखोरों के विरूद्ध कार्यवाही तेज करने, प्रधानमंत्री आवास, प्रधानमंत्री स्वनिधि तथा स्ट्रीट वेंडर के साथ पीएम किसान समृद्धि व मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि, नजूल कैंप, अवमानना के प्रकरण, बैंक वसूली, गिरदावली खादन्न वितरण, सीएम मॉनिट के प्रकरण, अवैध खनन व परिवहन पर रोक लगाने के साथ आयुष्मान कार्ड बनाने तथा अभ्युदय मिशन व कमिश्नर टीएल के प्रकरणों पर विस्तार से चर्चा कर इस दिशा में प्रगति लाने के निर्देश दिये।
कलेक्टर श्री शर्मा ने कहा कि अभ्युदय मिशन के तहत अधिकारी प्रत्येक गांव में विभिन्न योजनाओं के पात्र व्यक्तियों को चिन्हित करें एवं इसके साथ-साथ उन्हें लाभान्वित भी करें। इसके लिए ब्लॉक या संकुल स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त कर तेजी से कार्य कर सुशासन सुनिश्चित करना है। पटवारी व आरआई के प्रतिदिन के कार्यों की रिपोर्ट तहसीलदार लें। सीमांकन के तीन माह से अधिक के प्रकरणों को पूरी तरह से निराकृत करें और 6 माह से अधिक पर भी ध्यान दें और सीमांकन करायें यदि 6 माह से अधिक के सीमांकन के प्रकरण मिलते हैं तो अगली बैठक में संबंधित तहसीलदार के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। उसके साथ ही 300 दिनों के लंबित प्रकरणों का निराकरण प्राथमिकता से करें।
खाद्यान्न वितरण एवं रबी पंजीयन के संबंध में कलेक्टर श्री शर्मा ने कहा कि गेंहू-चना के पंजीयन कियोस्क में करायें और यह प्रयास करें कि भविष्य में सचिव व रोजगार सहायक से रबी फसल पंजीयन कराने की व्यवस्था शुरू हो।
उन्होंने कहा कि खाद्यान्न वितरण पंचायत सचिव व रोजगार सहायक के माध्यम से कराने की व्यवस्था करें ताकि पात्र व्यक्तियों को समय पर खाद्यान्न मिल सके। इसके साथ ही प्रत्येक विकासखंड में रबी उपार्जन के लिए स्व-सहायता समूहों को चिन्हित करें। कलेक्टर शर्मा ने कहा कि नजूल पट्टों के नवीनीकरण तेजी से करायें यदि देरी होगी तो नये बाजार मूल्य निर्धारण की दरों के कारण नजूल पट्टों के शुल्क में बढ़ोत्तरी निश्चित है।
मिलावट के विरूद्ध कार्यवाही में कहा कि अधिक से अधिक सेम्पल लें और मिलावट पाये जाने पर कार्यवाही करें। स्वनिधि स्कीम में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, सीएमओ नगर पालिका व बैंकर्स को बुलाकर स्ट्रीट वेंडर्स को लाभान्वित करें।
कलेक्टर श्री शर्मा ने कहा कि चिटफंड कंपनी संचालक व माफियाओं पर कार्यवाही करें और विपत्तिग्रस्त व आपदा की स्थिति में लोगों की सहायता करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि सुशासन को ध्यान में रखकर कार्य करें समय पर बिना रुके लोगों के काम हो, पटवारी कहीं भी लापरवाही न करें बल्कि पारदर्शिता से कार्य करें। तहसीलदार निगरानी रखें और पटवारियों व आरआई की दैनिक रिपोर्ट भी लें। उन्होंने कहा कि राजस्व से जुड़े प्रकरणों को उच्च प्राथमिकता में रखकर कार्य करें और त्वरित कार्यवाही, संवेदनशीलता व पारदर्शिता के साथ सुशासन लायें।
कलेक्टर श्री शर्मा ने बैठक के दौरान रांझी अनुभाग के दो राजस्व निरीक्षकों को कार्य में लापरवाही बरतने पर कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिये हैं।
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