नरसिंहपुर । कलेक्टर श्री रोहित सिंह ने सोमवार को समय सीमा की बैठक ली। उन्होंने बैठक में मौजूद सभी एसडीएम, समस्त सीएमओ, समस्त सीईओ जनपद पंचायत को निर्देश देते हुए कहा कि जिले को पॉलीथिन मुक्त बनाने के लिए व्यापक तैयारियां की जायें। पॉलीथिन के स्थान पर कपड़ों से बने थैले एवं कागज के बैगों का इस्तेमाल विकल्प के रूप में किया जाये।
उड़नदस्ता दल हो गठित, सड़क सुरक्षा पर ध्यान दें
बैठक में कलेक्टर श्री रोहित सिंह ने सड़क सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने जिला परिवहन अधिकारी डॉ. जितेन्द्र शर्मा को निर्देश देते हुए कहा कि ओव्हर लोड वाहनों पर तत्काल कार्रवाई करें। इसके लिए उड़नदस्ता दल गठित किया जाये। क्षमता से अधिक यात्री बसों में यात्रा न करें, इसका भी विशेष ध्यान रखा जाये। सभी एसडीएम अपने अनुभागों में यह सुनिश्चित करें कि दुकानों के सामने वाहन बेतरतीबी से न खड़े हों, पार्किंग स्थल का चिन्हांकन कर इसके लिए अलग से स्थान सुनिश्चित किया जाये।
मिलावट से मुक्ति अभियान में दिखायें सक्रियता
कलेक्टर ने बैठक में निर्देशित किया कि यह सुनिश्चित किया जाये कि मिलावट से मुक्ति अभियान जिले में सक्रिय रूप से जारी रहे। शासकीय भूमि पर अतिक्रमण करने वाले अतिक्रामकों पर कार्रवाई की जाये एवं शासकीय भूमि को अतिक्रमण से मुक्त किया जाये। शासकीय भूमि पर अतिक्रमण नहीं हो, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये।
खेल मैदानों पर हो पर्याप्त आवश्यक व्यवस्थायें
इसके अलावा उन्होंने कहा कि सभी एसडीएम यह भी सुनिश्चित करें कि उनके अनुभाग में जो शासकीय भवन है और उनका उपयोग अगर नहीं हो पा रहा है, तो इसकी सूची बनाकर तैयार करें। इन भवनों का उपयोग विभिन्न खेल गतिविधियों, लाइब्रेरी आदि के रूप में किया जायेगा। अनुभागों में शीतकालीन क्रीड़ा प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाये। साथ ही अनुभाग के खेल मैदानों के चारों ओर लाईटिंग, वॉकिंग ट्रेक आदि की व्यवस्था का विशेष ध्यान रखें। इसके अलावा 10 अक्टूबर को जिले में रिटायर होने वाले शासकीय सेवकों को सम्मानित करने का कार्यक्रम भी किया जायेगा। बैठक में उन्होंने कहा कि शासकीय कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों को मुख्य रूप से आमंत्रित किया जाये। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
बैठक में सीईओ जिला पंचायत डॉ. सौरभ संजय सोनवणे, अपर कलेक्टर श्री मनोज ठाकुर, समस्त एसडीएम, समस्त सीएमओ, समस्त सीईओ जनपद पंचायत और विभिन्न विभागों के जिला प्रमुख मौजूद थे।