मध्यप्रदेश के बैतूल से ईमानदारी की एक ऐसा मामला सामने आया है, जिससे हर किसी को प्रेरणा लेने की जरुरत है। बैतुल में एक युवती को एक लाख बीस हजार रूपयों से भरा एक बैग मिला, जिसे युवती ने अपनी ईमानदारी के चलते पुलिस को सौंप दिया।
इसके बाद पुलिस ने जानकारी जुटाने के बाद बैग को उसके मालिक तक पहुंचा दिया। बैतुल की रीता की ईमानदारी देशवासियों के लिए बेमिसाल उदाहरण बन गई। इससे पहले भी कई बार ऐसा हुआ है कि रीता को पैसों से भरा बैग मिला है लेकिन उसने हर बार पुलिस को लौटा दिया है।
बिरुल बाजार निवासी किसान राजा रमेश साहू अपनी गोभी की फसल को भोपाल से बेचकर लौट रहा था। लौटते समय किसान का बैग वैष्णवी बस में छूट गया। बस में सफर कर रही पोहार निवासी रीता को यह बैग मिल गया। रीता ने देखा तो इस बैग में एक लाख बाइस हजार रुपये थे, जिसके बाद उसने इसे पुलिस तक पहुंचाना सही समझा।
रीता ने इस बैग को साईंखेड़ा थाना पुलिस को सौंप दिया। बस वालों की मदद से पुलिस ने इस बैग को राजा साहू तक पहुंचा दिया। साईंखेड़ा थाना प्रभारी रत्नाकर हिंग्वे का कहना है कि रीता ने पहली बार अपनी ईमानदारी का उदाहरण पेश नहीं किया है।
इससे पहले भी रीता के पिता के खाते में 42,000 रुपये आ गए थे, जिसे उसने वास्तविक व्यक्ति को लौटाकर मिसाल पेश की थी। थाना प्रभारी ने इस मामले की जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारी को दी और रीता पवार को सम्मानित किया गया।