भोपाल संभाग के दूर दराज के गांवों में प्रदेश का अपने तरह का पहला और जीवन को बचाने वाला “जल संचयन” अभियान सोमवार से प्रारंभ हुआ। संभाग आयुक्त श्री कवीन्द्र कियावत ने भोपाल जिले के फंदा विकासखंड के ग्राम पुरा छिंदवाड़ा के तालाब गहरीकरण कार्य से जल संचयन अभियान का आगाज़ किया। इसके साथ ही सीहोर, राजगढ़, विदिशा और रायसेन में भी 1239 तालाबों के नवीनीकरण- गहरीकरण और मरम्मत का कार्य प्रारंभ हुआ। पुरा छिंदवाड़ा में प्रारंभ हुए तालाब गहरीकरण कार्य के भूमिपूजन में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री मनमोहन नागर, जिला पंचायत के सीईओ श्री विकास मिश्रा सहित जनपद के पदाधिकारी और सरपंच- पंच सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। इस तालाब के गहरीकरण पर 9 लाख 80 हजार रूपये का व्यय होगा। मनरेगा के तहत इस कार्य में गांव के ही मजदूरों को काम मिला है। तालाब से निकलने वाली मिट्टी से किसानों के खेत बेहतर होंगे और गौशालाओं में चारागाह का विकास होगा। श्री कियावत ने इस कार्य का विधिवत भूमिपूजन भी किया।
जल संचयन अभियान के तहत संभाग के सभी जिलों से भी सोमवार से वर्षा जल को रोकने के लिए तालाबों के कायाकल्प का काम प्रारंभ हुआ। श्री कियावत ने अभियान को गति देने और जिलों से समन्वय के लिए संभाग स्तर के अधिकारियों की टीम भी तैनात की है। विदिशा के लिए श्रीमती ऊषा परमार, अपर आयुक्त, श्रीमती संजू कुमारी उपायुक्त रायसेन, श्री अनिल द्विवेदी संयुक्त आयुक्त विकास सीहोर, श्रीमती किरन गुप्ता उपायुक्त भू अभिलेख भोपाल और श्री के एस वानिया अधीक्षण यंत्री आरईएस को राजगढ़ के लिए तैनात किया है। भोपाल संभाग के सभी जिलों में सोमवार से जल संचयन अभियान का शुभारंभ हुआ। जिसमें संभाग में करीब 1239 जल संचयन जल संरचनाओं के निर्माण और जीर्णोद्वार से बारिश के पानी का संचयन कर भूमिगत जल में वृद्धि एवं प्राकृतिक जल स्त्रोतों को बढ़ाना है। इस अभियान के तहत 75 करोड़ 16 लाख की राशि स्वीकृत की गई है। “जल संचयन” अभियान के अंतर्गत भोपाल में 147, सीहोर में 120, रायसेन 162, विदिशा 388 और राजगढ़ में 422 तालाबों के जीर्णोद्धार हेतु स्थल चयनित किए गए हैं। भोपाल के लिये 7 करोड़ 58 लाख 53 हज़ार, सीहोर 4 करोड़ 38 लाख,22 हज़ार,राजगढ़ 32 करोड़ 68 लाख 36 हज़ार, रायसेन 9 करोड़ 52 लाख 11 हज़ार तथा विदिशा के लिए 20 करोड़ 99 लाख 12 हज़ार की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है।