भोपाल। स्वास्थ्य और महिला एवं बाल विकास विभाग एकीकृत प्रयासों से ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराए। यह बात संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत ने लाड़ली लक्ष्मी, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, जननी सुरक्षा एवं प्रसूति सहायता तथा आरोग्य केन्द्रों की समीक्षा के दौरान वीसी के माध्यम से कही। वीसी में पाँचों जिलों के जिला पंचायत सीईओ, सीएमएचओ एवं डीपीओ उपस्थित थे।“हितग्राही को पारदर्शिता के साथ समय पर लाभांवित करें” संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत ने स्वास्थ्य एवं महिला एवं बाल विकास के अमले को निर्देशित किया कि लाड़ली लक्ष्मी योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, जननी सुरक्षा एवं प्रसूति सहायता सहित चारों योजनाओं के हितग्राहियों को पारदर्शिता के साथ समय पर लाभांवित करें। हितग्राही को बेवजह भटकना ना पड़ेगा ना ही कार्यालयों के चक्कर लगाना पड़े। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों को नियमित मॉनीटरिंग कर पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी। चारों योजनाओं में प्रथम चरण में ही हितग्राहियों की जानकारी एवं अन्य प्रविष्ठियां सुनिश्चित की जाएं ताकि हितग्राही को समय पर लाभ मिले। इन चारों योजनाओं का निश्चित लक्ष्य नहीं होता इन योजनाओं के हितग्राहियों का आंकलन जनसंख्या एवं जन्मदर के आधार पर होता है। महिला एवं बाल विकास डोर टू डोर सर्वे कर सटीक आंकड़ें जुटाए ताकि कोई भी पात्र हितग्राही इन योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे।“ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दें आरोग्य केन्द्र” श्री कियावत ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आरोग्य केन्द्र वेलनेस सेंटर के रूप में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दें। आरोग्य केन्द्र में सभी जरूरी उपकरण हों, दवाईयां हों, स्वास्थ्य विभाग का प्रशिक्षित अमला हो। सामान्य प्रसव की सभी सुविधाएं उपलब्ध हों ताकि छोटी-छोटी स्वास्थ्य समस्याओं के लिये ग्रामीणों को जिला या संभाग तक दौड़ ना लगाना पड़े। आरोग्य केन्द्र के व्यवस्थित संचालन में स्वास्य् , ग्राम और जनपद पंचायत एवं महिला एवं बाल विकास का अमला एकीकृत रूप से कारगर प्रयास करे। स्वास्थ्य विभाग का प्रशिक्षित अमला लगातार आरोग्य केन्द्र पर उपस्थित रहे। केन्द्र में सभी आवश्यक दवाईयां उपलब्ध हों, मरीजों का उपयुक्त रिकॉर्ड संधारण किया जाए। सामान्य प्रसव कराया जाए इसके लिए 24 घंटे एम्बुलेंस व्यवस्था एवं संस्थागत प्रसव के लिए लोगों को जागरूक एवं प्रेरित किया जाए। जनपद एवं ग्राम पंचायत का अमला आरोग्य केन्द्र के व्यवस्थित एवं सुरक्षित भवन का संधारण करे, आरोग्य केन्द्र में सुपोषण वाटिका बनाई जाए ताकि आरोग्य केन्द्र में मनोहारी वातावरण बनें। स्वास्थ्य का अमला मुख्यालय पर रहे इसके लिए जनपद सीईओ, सीडीपीओ, सीएचओ सतत रूप से नियमित भ्रमण और मॉनीटरिंग करें। मुख्यालय पर नहीं रहने वाले अमले के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। सभी आरोग्य केन्द्रों को नये एवं उपयोगी स्वरूप में लोगों को उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य और पंचायत के अमले को नियमित रूप से कारगर प्रयास करने के निर्देश दिये गये। संभागायुक्त श्री कियावत ने राजगढ़ जिले के संडावता आरोग्य केन्द्र की बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये सीएमएचओ की प्रशंसा भी की।