मंडला। नारी सशक्तिकरण अवार्ड 2021 समारोह को संबोधित करते हुये राज्यसभा सांसद सम्पतिया उइके ने कहा कि नारी को अबला कहना बीते समय की बात हो गई, महिलाएं अब सबला है, हर क्षेत्र में अपना परचम फहराते हुये परिवार, समाज एवं देश के विकास में सहभागिता कर रहीं हैं। सरकार ने महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देकर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया है। महिला हितों के लिये उन्हें को एकमंच में आना आवश्यक है। कृषि विज्ञान केन्द्र परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम कलेक्टर हर्षिका सिंह, जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर की डीन डॉ. ओम गुप्ता, अपर कलेक्टर मीना मसराम, जिला पंचायत सदस्य अनीता तिवारी, अंगूरी झारिया, किशोर न्याय बोर्ड की अध्यक्ष प्रीति पटैल, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्वेता तड़वे सहित, जिला पंचायत सदस्यगण, पार्षद सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में महिलाएं सम्मिलित हुईं।
राज्यसभा सांसद सम्पतिया उइके ने कहा कि बड़े बड़े पदों पर आसीन होकर महिलाओं ने स्वयं को प्रमाणित किया है। महिलाओं में पर्याप्त क्षमताएं होती हैं, उनका समुचित उपयोग आवश्यक है। आर्थिक गतिविधियों से जुड़कर महिलाएं परिवार की आमदनी बढ़ाने में सहभागी बन सकती है। हर क्षेत्र में कार्य करने वाली महिलाओं को मंच देकर जिला प्रशासन ने अनुकरणीय पहल की है, यह प्रयास महिलाओं के उत्थान में मील का पत्थर साबित होगा। राज्यसभा सांसद ने मण्डला जिले में महिलाओं की शिक्षा और स्वास्थ्य के लिये सम्मिलित प्रयास करने की बात कही। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिये महिलाओं को नियमित योग करना चाहिये तथा संतुलित आहार लेना चाहिये। इस अवसर पर कलेक्टर हर्षिका सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के साथ ही देश में महिलाओं को समान अधिकार प्रदान किये गये हैं। महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी सहभागिता कर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में जिले में बहुत कार्य हो रहे हैं। महिलाओं की शिक्षा और स्वास्थ्य जिले के लिये चुनौती है। इस चुनौती को पूरा करने के लिये सम्मिलित प्रयास आवश्यक हैं। जिले की आधे से अधिक महिलाएं एनीमिक हैं, इसी प्रकार जन्म एवं मृत्यु दर भी चिंतनीय है। महिलाओं का शैक्षणिक स्तर को बेहतर बनाना आवश्यक है। कलेक्टर हर्षिका सिंह ने कहा कि महिला ज्ञानालयों के माध्यम से महिलाओं को वित्तीय रूप से साक्षर करने का प्रयास किया जा रहा है। जिले को कुपोषणमुक्त बनाने के लिये सेम फ्री अभियान संचालित किया जा रहा है। उन्होंने अपने संबोधन में जिला स्तर पर किये जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुये संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करने का आव्हान किया। जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय की डीन डॉ. ओम गुप्ता ने अपने संबोधन में अनेक दृष्टांतों के माध्यम से नारी के महत्व पर प्रकाश डाला। पार्षद एवं अधिवक्ता शालिनी सुनेहरी ने महिलाओं के संबंध में किये गये कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी। इससे पूर्व कार्यक्रम का प्रारंभ कन्यापूजन से किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्वेता तड़वे ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। कार्यक्रम में विविध क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया।
ग्राम दुकान वर्चुअल शुभारंभ
प्रगति आजीविका स्व सहायता समूह द्वारा नाबार्ड की सहायता मोचा में संचालित की जाने ग्राम दुकान का राज्यसभा सांसद सम्पतिया उइके एवं कलेक्टर हर्षिका सिंह द्वारा वर्चुअल शुभारंभ किया गया। इस दुकान में स्व सहायता समूहों तथा स्थानीय शिल्पकारों द्वारा निर्मित उत्पाद विक्रय के लिये उपलब्ध रहेंगे। दुकान का संचालन पुष्पा सैयाम द्वारा किया जायेगा।