जिले में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के अंतर्गत किसानों के सत्यापन का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जावे तथा पात्र सभी किसानों का सत्यापन सुनिश्चित किया जावे। यह निर्देश कलेक्टर रोहित सिंह ने समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में दिए।
कलेक्टर ने मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत किसानों के सत्यापन कार्य की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान बताया गया की जिले में इस योजना के तहत लगभग 1 लाख 12 हजार किसानों का सत्यापन करने का लक्ष्य है। जिसके विरूद्ध अब तक लगभग 1 लाख किसानों का सत्यापन किया जा चुका है। कलेक्टर श्री सिंह ने कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग के मैदानी अधिकारियों की एक सयुक्त बैठक शीघ्र आयोजित करने के निर्देश दिए ताकि किसानों के सत्यापन का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जा सके। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री पथ विक्रेता योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे बैंक अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर प्रकरणों को स्वीकृत कराकर राशि का वितरण सुनिश्चित कराए। इस योजना के क्रियान्वयन में प्रदेश में इस जिले को अग्रणी लाने के लिए हर सम्भव प्रयास करें।
कलेक्टर श्री सिंह ने जिले में बिजली आपूर्ति के कार्य की समीक्षा की और अधीक्षण यंत्री मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी को निर्देश दिए हैं कि जिले में ट्रांसफार्मर खराब होने पर तत्काल बदलने की कार्यवाही करें ताकि विद्युत प्रदाय व्यवस्था में व्यवधान पैदा न हो। इस बैठक में रासायनिक ऊर्वरक की उपलब्धता की समीक्षा की गई और कृषि विभाग के जिला अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि वे जिले में पर्याप्त मात्रा में ऊर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करें ताकि कृषकों को आवश्यकतानुसार ऊर्वरक उपलब्ध हो सके। बैठक में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत कार्ड बनाने के कार्य की समीक्षा करते हुए कलेक्टर श्री सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे आंवटित कलस्टर के ग्रामों का सघन भ्रमण कर कार्ड बनाने के कार्य में गति लाए। साथ ही घर-घर जाकर आयुष्मान भारत योजना के कार्ड बनाए जाए। इसी प्रकार आधार कार्ड बनाने के लिए कैम्प आयोजित किए जाए।
कलेक्टर ने कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अधिकारियों को व्यक्तिगत जिम्मेदारी सौंपी जाए ताकि सौपे गए कार्य बेहतर ढंग से सम्पादित किए जा सके। इस महामारी की रोकथाम एवं बचाव के लिए शासन के दिशा-निर्देशों और गाईड लाईन का कड़ाई से पालन हो। साथ ही दुकानदारों द्वारा पहली बार कोविड-19 के नियमों और दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने पर 500 रूपयें द्वितीय बार 1000 रूपयें तथा तीसरी बार दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने पर दुकान बंद करने की कार्यवाही करें।
श्री सिंह ने खाद्य पदार्थो में मिलावट से मुक्ति के लिए चलाए जा रहे अभियान की प्रगति की समीक्षा की और निर्देश दिए हैं कि इस अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी जाए ताकि इसके अच्छे परिणाम आ सके। उन्होने जिले में अवैध शराब तथा अवैध रेत परिवहन की रोकथाम के लिए किए गए प्रयासों की समीक्षा की और आबकारी तथा खनिज विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होने जनपद पंचायत स्तर पर जन सुनवाई आयोजित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने क्षेत्र में अवैध कालोनियों की जांच करें और जांच में अनियमिताएं पाई जाने पर संबंधित तहसीलदार की वेतन वृद्धि रोकने की कार्यवाही करें। कलेक्टर श्री सिंह ने राणापुर के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. उषा गेहलोत को कार्यालयीन समय में बिना अनुमति के जिला मुख्यालय पर कलेक्टर से मिलने आने पर नाराजगी जाहिर की और उनका एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। उन्होने साहूकार अधिनियम के अंतर्गत जिले में गिरवी रखी चांदी की आकस्मिक रूप से जांच करने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होने पशुओं का बीमा करने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। साथ ही पशुओं का बीमा का कार्य महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से सम्पन्न कराने के निर्देश दिए। उन्होने जिले में कालाबाजारी रोकने के लिए प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए। इस बैठक में समयावधि के लंबित पत्रों, मुख्यमंत्री हेल्पलाईन की शिकायतों की विभागवार समीक्षा की गई और उनका तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिए।
इस बैठक में अपर कलेक्टर जे.एस.बघेल, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत दिनेश वर्मा, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व झाबुआ श्री एम.एल.मालवीय, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व थांदला अनिल भाना, डिप्टी कलेक्टर डॉ. अभयसिंह खराडी, डिप्टी कलेक्टर सुश्री ज्योति परते सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।