रीवा। प्राकृतिक आपदा बाढ़, भूकंप, अग्नि दुर्घटना के समय निपटने के लिये पूर्व से ही पूरी तैयारी कर मुस्तैद रहना चाहिये। बाढ़ के समय नदी के किनारे बसे लोगों को बाढ़ की संभावना से पहले ही सुरक्षित स्थानों में ले जाना चाहिये। उक्ताशय की जानकारी एनडीआरएफ की टीम के पवन कुमार भास्कर ने दी।
पवन कुमार भास्कर ने बताया कि एनडीआरएफ की वर्तमान में 12 टीमे काम कर रही है। 3 टीमों का और गठन किया जा रहा है। उपरोक्त टीम मध्यप्रदेश की समस्त जिलों में तथा उत्तर प्रदेश के 56 जिलो में काम कर रही है। एनडीआरएफ की टीम द्वारा प्राकृतिक आपदाओं के साथ ही अग्नि दुर्घटना, गैस लीकेज एवं अन्य मानव निर्मित दुर्घटनाओं में व्यक्तियों की एवं परिवारों की जान बचाई जाती है। एनडीआरएफ टीम 7 वर्ष पूर्व गठित किया गया था तबसे यह टीम व्यक्तियों की रक्षा का महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। उन्होंने कहा कि जिले में बाढ़ भूकंप जैसे प्राकृतिक आपदाओं में राहत कार्य चलाने के लिये होमगार्ड, एवं अन्य टीमों को तैयार करना चाहिये। जिले में गोतखोंरों की पहचान कर उनका सूची करण करे। लाइफ जैकेट, लाइफ वोट, सर्च लाइट, रस्सा जैसे जरूरी उपकरण पूर्व से ही तैयार रखी जाय। बैठक में वन मण्डलधिकारी चन्द्रशेखर सिंह, जिला पंचायत सीईओ स्वप्निल वानखेड़े, अपर कलेक्टर श्रीमती इला तिवारी, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती माला त्रिपाठी, अंजलि दुबे, अनुविभागीय दण्डाधिकारी फरहीन खान सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे।