श्योपुर। राज्य सरकार द्वारा किसानों की खेती को फायदे का धंधा बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इन प्रयासों का अनुसरण करते हुए जिले के आदिवासी विकासखण्ड कराहल की ग्राम पंचायत सेमल्दा हवेली के ग्राम अभयपुरा के किसान श्री रामदयाल आदिवासी पुत्र श्री फूल्या आदिवासी अपनी गेहूं की लहराती फसल को देखकर हो रहे है प्रफुल्लित।
जिले के आदिवासी विकासखण्ड कराहल के ग्राम पंचायत सेमल्दा हवेली के ग्राम अभयपुरा के निवासी किसान श्री रामदयाल आदिवासी पुत्र श्री फूल्या आदिवासी की जमीन पर खेती करने में असमर्थ थे। परंतु अब शासन द्वारा किसानों की खेती को फायदे का धंधा बनाने की दिशा में अनेक कदम उठाये जा रहे है। शासन द्वारा किसानों को समय पर बिजली, सोलर पम्प, खाद-बीज जैसी सुविधाएं समय पर मुहैया कराई जा रही है। इस सुविधाओ से आज किसान अपनी खेती करने में आत्मनिर्भर बन रहे है।
इसी प्रकार आदिवासी विकासखण्ड कराहल के ग्राम अभयपुरा में किसान परिवारो के घर पर ही नलजल योजना के माध्यम से घर-घर पानी पहुंचाने का कार्य सरकार द्वारा किया जा रहा है। साथ ही ग्राम अभयपुरा के आदिवासी परिवारों के महिला मुखिया को पोषण आहार के रूप में प्रतिमाह 01 हजार रूपये की राशि उनके खाते में जमा करने का कार्य शासन द्वारा किया जा रहा है। यह राशि उनके परिवार के भरण-पोषण में सहायक बन रही है।
आदिवासी विकासखण्ड कराहल के ग्राम अभयपुरा के किसान श्री रामदयाल आदिवासी पुत्र श्री फूल्या आदिवासी ने बताया कि पहले बिजली एवं खेती के अन्य संसाधनो की कमी होने के कारण ठीक प्रकार से खेती करने में असमर्थ थे। परंतु अब प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किसानो की खेती को फायदे का धंधा बनाने की दिशा में किसानो को खेती के लिए पर्याप्त बिजली, खाद-बीज एवं अन्य प्रकार की सुविधा समय पर मुहैया कराई जा रही है। इन सुविधाओं से मैं अपनी खेत में गेहू की फसल को ठीक प्रकार से करने में आत्मनिर्भर बन रहा हॅू। इन गेहूं के खेतो को देखकर मैं और मेरा परिवार प्रशन्न है। मेरी प्रशन्नता का पूरा श्रेय प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान एवं जिला प्रशासन को जाता है।