थाना सांईखेडा अंतर्गत की गयी अंधी हत्या का पर्दाफाश, चार आरोपी पुलिस गिरफ्त में, सगा भाई ही निकला हत्यारा।
मृतक की बहन की सूचना पर किया गया था गुम इंसान कायम, की जा रही थी जांच:-
दिनांक 26.11.2020 को ग्राम पीपरपानी निवासी प्रार्थीया रजनी बाई राजपूत द्वारा थाना साईंखेड़ा में रिर्पोट दर्ज करायी गयी थी कि उसके भाई नर्मदा सिंह पिता देवी सिंह राजपूत उम्र 28 वर्ष निवासी पीपरपानी दिनांक 23.11.2020 से घर से बिना बताए कहीं चला गया है। रिपोर्ट पर थाना सांईखेडा में गुम इंसान क्रमांक 29/2020 कायम कर जांच में लिया गया।
ग्राम पीपरपानी में गन्ने के खेत में मिला था मृतक का शव:-
गुम इंसान विवेचना के दौरान दिनांक 28.11.2020 को सूचना प्राप्त हुयी कि पुष्कर राजपूत निवासी पीपरपानी के गन्ने के खेत में एक अज्ञात व्यक्ति का शव पडा हुआ है, सूचना पर थाना सांईखेडा पुलिस द्वारा घटना स्थल जाकर देखा तो अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने से गुमशुदा नर्मदा सिंह राजपूत के परिजनों का घटना स्थल बुलाकर अज्ञात शव की शिनाख्त करायी गयी। मृतक नर्मदा प्रसाद राजपूत के परिजनों द्वारा उक्त शव को नर्मदा सिह राजपूत पिता देवी सिंह राजपूत उम्र 28 वर्ष निवासी पीपरपानी के रूप में की गई।
गुमशुदा नर्मदा प्रसाद राजपूत का शव ग्राम पीपरपानी में गन्ने के खेत में मिलने एवं घटना स्थल निरीक्षण पर हत्या का संदेह होने पर थाना साईंखेड़ा में अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 400/2020 धारा 302,201 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया था।
मामला अंधी हत्या का होने एवं प्रकरण में आरोपी अज्ञात होने पर गठित की गयी थी विशेष टीम:-
प्रकरण अंधी हत्या का होने एवं प्रकरण अज्ञात आरोपी होने से अज्ञात आरोपियों की पतासाजी एवं गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक श्री अजय सिंह द्वारा अति. पुलिस अधीक्षक, श्री सुनील शिवहरे एवं एसडीओपी गाडरवारा श्री ओपी त्रिपाठी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी उप निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह धुर्वे, सउनि कोमल सिंह युवने, आरक्षक रामगोपाल राजपूत, आरक्षक रामकुमार डेहरिया, आरक्षक महेंद्र ठाकुर, आरक्षक सुधीर यादव, आरक्षक किशनलाल बाडिबा, आरक्षक बसंत ठाकुर, आरक्षक राजेंद्र धाकड, आरक्षक दीपक ठाकुर, महिला आरक्षक आरती राजपूत, साइबर सेल आरक्षक संजय ठाकुर की विशेष टीम गठित कर आरोपी की पतासाजी एवं गिरफ्तारी हेतु निर्देश दिए गए थे।
अज्ञात आरोपियों की पतासाजी हेतु सक्रीय किए गए थे मुखबिर एवं लिया गया था तकनीकी माध्यमों का सहारा:-
मामला अंधी हत्या का होने एवं प्रकरण में आरोपियों की पतासाजी न होने पर अति. पुलिस अधीक्षक श्री सुनील शिवहरे द्वारा दिनांक 29.11.2020 को स्वयं घटना स्थल का निरीक्षण किया गया एवं जांच में जुटी पुलिस टीम को आवष्यक दिषा निर्देश भी दिए गए। गठित टीम द्वारा अज्ञात आरोपियों की पतासाजी हेतु क्षेत्रीय मुखबिरों को सक्रीय कर एवं स्थानीय लोगों से मृतक नर्मदा प्रसाद की हत्या किए जाने के कारण के संबंध मे पतासाजी की गयी जिसके पकरणाम स्वरूप ज्ञात हुआ कि मृतक की पत्नी 8 माह पूर्व अपने देवर के साथ पति-पत्नी के रूप में रहने लगे थे जिससे मृतक नर्मदा सिंह राजपूत अपने छोटे भाई को पैतृक जमीन मैं खेती नहीं करने दे रहा था और ना ही उसे घर आने दे रहा था। प्रकरण में उक्त बात सामने आने पर पुलिस द्वारा मृतक के छोटे भाई रेवासिंह राजपूत पिता देवीसिंह राजपूत निवासी ग्राम पीपरपानी को हिरासत में लेकर गहनता से पतासाजी की गयी एवं सदेहियों से पूछताछ की गयी जिसने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर हत्या का अपराध स्वीकार किया गया। साथ ही यह भी स्वीकार किया गया कि अपने सगे भाई से उसका लगातार विवाद चलने के कारण भाई को रास्ते से हटा कर उसकी संपत्ति को प्राप्त करना चाहता था एवं अपने ही मृतक भाई की पत्नी के साथ आराम से आगे का जीवन करना चाहता था।
मृतक के छोटे भाई ने साडू भाई की मदद से की गयी हत्याः-
उक्त हत्या के प्रकरण में हिरासत में लिए गए आरोपी मृतक के भाई से बारीकी से पूछताछ पर जानकारी प्राप्त हुयी कि मृतक एवं उसके छोटे भाई में आपसी रंजिश को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था इसी बात को लेकर आरोपी भाई रेवासिंह राजपूत पिता देवीसिंह राजपूत निवासी ग्राम पीपरपानी द्वारा मृतक के साढू भाई रेवा सिंह राजपूत निवासी किर्गी से संपर्क कर नर्मदा सिंह की हत्या कराने की योजना बनाई एवं हत्या कराने के बदले एक लाख रूपये देने की बात तय हुई थी।
योजना अनुसार रेवा सिंह राजपूत निवासी किर्गी द्वारा उसके दो दोस्तों अर्पित शर्मा सुग्रीव हरिजन को उक्त हत्या के बदले 1 लाख रूपये देने के बात कहकर उक्त अपराध घटित करने हेतु शामिल किया गया जिसके परिणाम स्वरूप दिनांक 23.11.2020 की रात्रि 8:30 बजे आरोपी मृतक का साडू भाई रेवा सिंह पिता हरगोविंद राजपूत उम्र 35 साल निवास ग्राम कीर्गी ने अपने साथी अर्पित शर्मा सुग्रीव हरिजन के साथ नर्मदा सिंह के घर जाकर बाहर बुलाया एवं बहाना बनकार नर्मदा सिंह को मोटरसाइकिल में बिठाकर गन्ने के खेत में ले गए एवं नर्मदा प्रसाद राजपूत की गला घोट कर हत्या कर दी एवं लाश को गन्ने के खेत में छिपा दी गयी।
आरोपी भाई रेवासिंह राजपूत पिता देवीसिंह राजपूत निवासी ग्राम पीपरपानी एवं उसके साथी, रेवा सिंह पिता हरगोविंद राजपूत उम्र 35 साल निवासी ग्राम किर्गी थाना उदयपुरा, अर्पित शर्मा पिता बसंत कुमार शर्मा उम्र 21 साल निवासी उदयपुरा एवं सुग्रीव हरिजन पिता छोटेलाल हरिजन उम्र 19 साल निवासी ग्राम चैरास थाना उदयपुरा को गिरफ्तार किया गया है।
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