संभाग के सीहोर जिले के ग्राम बिलकिसगंज के विकास की कहानी अब पूरे देश में मिशाल बनी है। भारत सरकार के पंचायतीराज विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इस कहानी से अवगत होने शुक्रवार को बिलकिसगंज पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों की विकास के प्रति प्रतिबद्धता की जमकर तारीफ की। इस गांव में अच्छी सड़कें तो हैं ही, गौसंवर्धन और गौशाला का शानदार संचालन भी हो रहा है। इस ग्राम ने स्वच्छता में नए प्रतिमान गढ़े हैं, यहां गौकाष्ठ भी बनता है। स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने विभिन्न रोजगार मूलक कामो से आत्म निर्भरता का सशक्त संदेश भी दिया है। भारत सरकार के सचिव पंचायती राज श्री सुनील कुमार यहां पहुंचे। ग्राम पंचायत के सरपंच श्री राजेश जांगडे ने पूरे उत्साह से बताया कि ग्राम बिल्किसगंज कुछ वर्ष पूर्व ही खुले में शौच से मुक्त हो चुका है, स्वसहायता समूहों की महिलाओं की मदद से गांव को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का कार्य निरंतर किया जा रहा है और गांव अब स्वच्छता के सभी पैमानों पर अब्बल है। बिलकिसगंज ग्राम में गौशाला भी बनाई गई है, अच्छी सड़कें बनाई गई हैं और आंगनबाडी बनाई जा रही है। सचिव श्री सुनील कुमार ने ग्रामीणों की सहभागिता से अभिभूत होते हुए कहा कि प्रत्येक गाँव मे सेल्फ हेल्प ग्रुप के सदस्यों ने शासकीय योजना के लक्ष्य को अपना लक्ष्य मानकर कार्य किया है, तभी योजनाए सफल हुई है। गांव के लोग अपने भविष्य को संवारने के लिए आगे आ रहे हैं। बिलकिसगंज का स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर ने मानचित्र तैयार किया है। गांव के प्रत्येक व्यक्ति को इस योजना के बारे में सारी जानकारी होनी चाहिए। सुनियोजित विकास ही समय की मांग है। गाँव के विकास की दिशा गाँव-वासी ही तय करेंगे। श्री सुनील कुमार ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में भी बिलकिसगंज में बेहतर कार्य किया जा रहा है। इसी प्रकार ग्राम को कुपोषण से मुक्त करने का लक्ष्य बनाए। सार्वजनिक भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम तैयार करें। शिक्षा का स्तर बेहतर हो इसके प्रयास भी सबको मिलकर करने होंगे। शासन से मिलने वाली धनराशि का उचित उपयोग करते हुए विकास करें। उन्होंने बताया कि अब ऐप्प से सारी जानकारी आम व्यक्ति देख सकते हैं। भारत सरकार व प्रदेश सरकार मिलकर इस क्षेत्र में कार्य कर रही है। आप सभी के सहयोग से लक्ष्य प्राप्ति में मदद मिलेगी।
अपर मुख्य सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्री मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि गाँव के लिए सामुहिक निर्णय लिए जाते हैं इससे पंचायती राज की सही भूमिका प्रकट होती है। उन्होंने कहा कि स्वसहायता समूह की महिलाओं ने कोरोना काल में कई तरीकों से समाज की मदद की है। शासकीय कार्यालयों में सेल्फ हेल्प ग्रुप द्वारा बनाये सामान के लिए आउटलेट बनाये जाने चाहिए। इस वर्ष 350 करोड़ रुपये की लागत से गणवेश बनाने का कार्य सेल्फ हेल्प ग्रुप को दिया गया है। जल्दी ही वो दिन आएगा जब शासकीय वर्दी भी स्वसहायता समूह की महिलाएं बनायेंगी। गाँव की महिलाएं साफ सफाई का बेहतर ध्यान रख पायेंगी। बिल्कसगंज ने जिस तरह की स्वच्छता की पहल की है वह पूरे प्रदेश में फैलनी चाहिए। गौशालाओं के साथ चारागाह भी बनाया जाए। गौचर भूमि की सुरक्षा करना भी अब एक चुनौती है सबके सामने। हमारा उद्देश्य यह है कि गौशाला में महिलाएं अपनी रचनात्मकता दिखाऐं। उन्होंने कहा कि मनरेगा गांव की पुनर्रचना का अवसर है। पंचायत भवन, तालाब,अन्न भंण्डारण भवन आदि का निर्माण मनरेगा से हो सकता है। परिसंपत्तियों की मरम्मत, सुधार एवं संरक्षण भी किया जा सकता है। कलेक्टर सीहोर ने बताया कि स्पेशल डेवलपमेंट प्लान के अंतर्गत स्वामित्व योजना, आबादी अभिलेख ग्रामीणों को दिलवाना, जी.आई.एस. के माध्यम से 3 चरणों में कार्य किये जा रहे हैं। जिसमें प्रथम चरण में ग्राम सभा का अयोजन करवाना, चूने से चिन्हांकित करवाना। दूसरे चरण में ड्रोन से प्रारूप नक्शा तैयार करवाना। सत्यापन करवाना, और अंतिम चरण में भू-अभिलेख हितग्राहियों को वितरित किये जायँगे। इस दिशा में बिलकिसगंज का ड्रोन सर्वे किया जा चुका है। अंत मे सभी ने बिलकिसगंज स्थित गौशाला का निरीक्षण किया। गोशाला के पास बने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्लांट का निरीक्षण भी किया जिसमें गीले कचरे को एकत्र कर खाद बनाया जा रहा है। इसमें गांव की स्व सहायता समूह की महिलाएं कार्य कर रही हैं। गोशाला में गोकाष्ठ बनाने का यंत्र भी है।इस अवसर पर श्री के एस सेठी, संयुक्त सचिव, पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार, श्री के पी नगर, संयुक्त सचिव, पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार, श्री ज्ञानेश्वर पाटिल, श्री बी एस जामोद, आयुक्त पंचायती राज, कलेक्टर श्री अजय गुप्ता, आदि उपस्थित थे।