जन जन के राष्ट्रीय जैन संत आचार्य श्री विद्या सागर जी महाराज के अवतरण दिवस शरद पूर्णिमा पर नगर के विद्या भवन श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन बडा मंदिर परिसर में
विशाल नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया । आर्यिका रत्न श्री गुणमति माता जी के ससंघ सानिध्य में शिविर का शुभारंभ सेवानिवृत शिक्षिका पुष्पा जैन, नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. राकेश राय, डा. सचिन जैन, मुख्य खण्ड चिकित्सा अधिकारी डा. आरपी कोरी द्वारा दीप प्रज्जवल्लन करके किया गया, अतिथियों का सम्मान प्रवीण जैन, चातुर्मास समिति अध्यक्ष दीपक जैन, एडवोकेट सपन जैन , यश्ावन्त जैन, अजय जैन एडवोकेट हरेन्द्र जैन के द्वारा किया गया ।आर्यिका गुणमति माता जी ने मंगल आशीष देते हुए कहा कि जन्मदिन मोमबती बुझाकर व केक पर अपने मुंह से निकलने वाली प्रदूषित हवा को फैलाकर नहीं मनाना चाहिए ।
आचार्य श्री सदैव अपने जन्मदिन मनाने को मना करते है, जन्मदिन आपको एक चुनौती देता है कि आपके जीवन के क्षण घट रहे होते है, हम सूरज का निकलना तो याद रखते है लेकिन उसके अस्त को भूल जाते है, इस चेतावनी को समझना चाहिए, भारतीय संस्कृति में तो जन्मदिवस प्रभु की आरती पूजन करके मनाया जाता है, लेकिन ये पाश्चात्य संस्कृति सारे संस्कारों को भूलती जा रही है, आर्यिका श्री ने कहा कि यदि जन्मदिन मनाना है तो श्मशान भूमि पर जाकर मनाओ जहां चिताओं से निकलने वाली चिता आपको आपका कल याद करा दे। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. राकेश राय ने जीवन में आंखो का महत्व बताते हुए उम्र आंख पर किस तरह प्रभाव डालती यह बताते हुए कहा सरोकार से जुडे सारे आयोजन में विभाग पूरी तरह से तैयार रहता है, जब भी जहां भी ऐसे आयोजन करे हम सहयोग करेगें, दमोह से आये नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. सचिन जैन ने नेत्र की सुरक्षा के उपाय बताये। चातुर्मास समिति एवं सकल जैन समाज के सहयोग से आयोजित इस शिविर में नेत्र परीक्षण सहायक अरविन्द नेमा, आनेश जैन, भरत जैन ने दोनों डा. के सहयोग से २८४ व्यक्तियों को नेत्र् परीक्षण किया, जिसमें करीब २४ मरीज मोतियाबिन्द के मिले, जिन्हे उपचार के लिए उचित सलाह दी गई, ८३ व्यक्तियों को निःशुल्क चश्मा वितरित किये, जिसमें ४ छात्र भी शामिल है ।
आयोजन में आदित्य सिंघई, सुरेन्द्र जैन, संजय जैन आदि का विशेष सहयोग रहा ।