होशंगाबाद। सभी बैंकर्स हितग्राही मूलक योजनाओं के प्रकरणों को स्वीकृत एवं वितरण कार्य में गति लाएं। प्रकरणों के निराकरण में कोताही ना बरते। यह निर्देश कलेक्टर श्री धनंजय सिंह ने बुधवार 17 फरवरी को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित डीएलसीसी की बैठक में दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री मनोज सरियाम, अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री रमेश हिले, नाबार्ड सहायक महाप्रबन्धक श्री नरेश तिजारे एवं विभिन्न बैंकों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहें।
कलेक्टर श्री सिंह ने ऋण वितरण अनुपात कम होने के साथ ही हितग्राही मूलक योजनाओं के प्रकरणों के निराकरण में न्यून प्रगति पर जिले के एसबीआई, सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र के शाखा प्रबंधको पर कड़ी अप्रसन्नता व्यक्त की ।उन्होंने उक्त बैंको के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों एवं राज्य स्तरीय समन्वय समिति को पत्र लिखने के निर्देश अग्रणी बैंक प्रबंधक को दिए। उन्होने बैठक में बैंक ऑफ महाराष्ट्र ,केनरा बैंक एवं यूको बैंक के शाखा प्रबंधकों के अनुपस्थित रहने पर नोटिस जारी करने एवं आरबीआई प्रतिनिधि को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
बैठक में अग्रणी बैंक प्रबंधक रमेश हिले ने बताया कि जिले की वार्षिक साख योजना 2021-22 का लक्ष्य 8756.15 करोड़ निर्धारीत है ,जिसमें प्राथमिकता क्षेत्र के लिए 7996.50 करोड़ रुपए और गैर प्राथमिकता क्षेत्र के लिए 759.65 करोड़ रुपए रखा गया है। उन्होंने बताया कि होशगाबाद कृषि प्रधान जिला होने से यहां पर सभी तरह के वित्त पोषण के लिए काफी संभावनाएं है।
रोजगार सृजन एवं सीएसआर गतिविधियों में बैंक सक्रिय भूमिका निभाएं
कलेक्टर श्री सिंह ने जिले में संचालित सभी बैंकों के प्रतिनिधियों से कहा कि वे रोजगार मेलों में रोजगार सृजन तथा सीएसआर मद के तहत चिकित्सालयों सहित अन्य लोक कल्याण के सेक्टर्स में जनसुविधाओं हेतु प्रभावी एवं सक्रिय भूमिका निभाएं।
बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने पीएम स्वनिधि योजना,मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना, स्व सहायता समूह को बैंक लिंकेज, प्रधानमंत्री रोजगार सर्जन योजना की विस्तार से समीक्षा की एवं आवश्यक निर्देश दिए।
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