मौजूद लोगों ने 108 को कॉल किया तो 45 मिनट बाद एक एक गाड़ी घटनास्थल तक पहुंची जिसमें सारे घायल लोग नहीं बन पा रहे थे। जिसके चलते एक घायल सड़क पर काफी देर तक तड़पता रहा । काफी देर बाद मौके पर पुलिस पहुंची जबकि खितोला थाना घटनास्थल से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी के आसपास ही है हुआ लेकिन पुलिस और एम्बुलेंस को पहुंचने में काफी समय लग गया।
पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया
 घटनास्थल पर मौजूद लोगों का कहना है कि हादसे के करीब घण्टे भर बाद जब खितौला थाना की पुलिस पहुंची तो घटनास्थल पर तपडते हुए घायलों को अस्पताल पहुँचाने के बजाय पुलिस पहले ट्रक को थाना परिसर में खड़ा करने को बोल रही थी जबकि एक युवक की मौत हो गई थी और तीन घायल पड़े हुए थे, जिनके बाद दूसरे युवक ने भी अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। इस हादसे के बाद खितौला पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है।
बेलगाम हाईवा पर क्यों नहीं करती पुलिस कार्यवाही
आज के दिल दहलाने वाले सड़क हादसे के बाद से लोगों में चर्चा बनी हुई है कि आखिर तेज रफ्तार बेलगाम भागते इन हाइवा पर कार्यवाही क्यों नहीं करती पुलिस।