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July 8, 2025
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कोईनसाला कंपनी के IPO में इन्वेस्टमेंट फ्रॉड से संबंधित तीन अंतर्राज्यीय आरोपियों को सायबर क्राईम भोपाल द्वारा जोधपुर राजस्थान से किया गिरफ्तार

कोईनसाला कंपनी के IPO में इन्वेस्टमेंट फ्रॉड से संबंधित तीन अंतर्राज्यीय आरोपियों को सायबर क्राईम भोपाल द्वारा जोधपुर राजस्थान से किया गिरफ्तार

आरोपीगण कॉलेज स्टूडेंट्स को रूपये की जरूरत को समझकर उनके कागजात का इस्तेमाल कर बैंक खाता खुलवाते थे।

आरोपीगण बैंक खाता खुलवाने के पश्चात फ्रॉड के रूपये डलवाने के लिए आगे अन्य फरार आरोपियों को दे देते थे।

आरोपीगणों द्वारा खाता धारक से बैंक खाता जानकारी प्राप्त करने के पश्चात् वाई-फाई डोंगल से एक्टिवेट करते थे नेट बैंकिग।

आरोपीगण पुलिस से बचने के लिए इंटरनेट का उपयोग सिमकार्ड से न करते हुए वाई-फाई डोंगल से करते थे।

आरोपीगणों के कब्जे से बड़ी मात्रा में सिमकार्ड, एटीएम कार्ड, मोबाईल फोन एवं बैंक चैकबुक जप्त की गयी है।

क्राईम ब्रांच भोपाल को गिरफ्तार आरोपियों के अन्य साथियों की जारी है तलाश

भोपाल- दिनांक 12 जून 2025 – पुलिस आयुक्त(CP) श्री हरिनारायणाचारी मिश्र, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (Add CP अपराध एवं मुख्यालय) श्री अनुराग शर्मा एवं अति. पुलिस उपायुक्त (Add DCP) श्री शैलेंद्र सिंह चौहान के मार्गदर्शन में एवं सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) सायबर श्री सुजीत तिवारी के दिशा निर्देशन में सायबर क्राईम जिला भोपाल की टीम ने फरियादी के साथ कोईनसाला कंपनी के आईपीओ में 18.60 लाख रूपये का इन्वेस्टमेंट कराने के नाम पर ठगी करने वाले तीन आरोपी नरेंद्र, निम्बाराम एवं चंदन मांझी को जोधपुर, राजस्थान से किया गिरफ्तार।

*घटनाक्रम:-* दिनांक 20/10/2024 को आवेदक सुधीर सिंह पिता राज नायक सिंह उम्र-38 वर्ष निवासी- म.नं. 169 सुरजकुंज अवधपुरी भोपाल का लिखित आवेदन सायबर क्राईम, कोहेफिजा भोपाल को प्राप्त हुआ जिसमें फरियादी द्वारा बताया कि वह सितम्बर 2024 में टेलीग्राम के माध्यम से कोईनसाला मीडिया(इण्डिया) प्रायवेट लिमिटेड से जुड़ा। यह कंपनी क्रिप्टो का लेन देन करती है जिसमें शुरूआत में फरियादी द्वारा 2, 5 एवं 8 हजार रूपये इन्वेस्ट किये जिसके बदले में उसे कुछ ही दिन में 20 हजार रूपये का रिटर्न प्राप्त हुआ। इसके बाद फरियादी को एक टेलीग्राम पर एक अलग ग्रुप तैयार कर उसमें इन्वेस्टमेंट संबंधी एक्टिविटीज करवायी जाती है।

इन एक्टिविटीज में फरियादी को एमाउण्ट इन्वेस्ट कर पार्टिसिपेट करने के बारे में बताया जाता है। जिसमें फरियादी ने 5000, 30000 एवं 120000/- रूपये इन्वेस्ट किये। अब रूपये इन्वेस्ट करने के बाद जब विड्राल करने की कोशिश की तो उसको बताया गया कि आपको अभी एक एक्टिविटी में पार्टिसिपेट करना है जिसका इन्वेस्टमेंट एमाउण्ट 3 लाख 60 हजार रूपये है

फरियादी द्वारा इधर-उधर से की जुगाड़ कर उक्त एक्टिविटी में पार्टिसिपेट कर लिया एवं अब रूपये विड्राल करने का प्रयास किया तो फिर से एक नये एक्टिविटी में 6 लाख 80 हजार रूपये इन्वेस्ट करने के लिये बताया गया। फरियादी द्वारा पहले से किया गया एमाउण्ट का अच्छा रिटर्न एप के डैशबोर्ड पर दिखाया जा रहा था। इस प्रकार यहां पर फरियादी को पूरा भरोसा दिलाया गया कि यदि यह एमाउण्ट को इन्वेस्ट कर देता है तो उसको बहुत ही अच्छा रिटर्न मिलेगा। जिसके बाद फरियादी द्वारा यह एमाउण्ट भी इन्वेस्ट कर दिया इसके बाद रूपये विड्राल करने पर एक नये एमाउण्ट इनवेस्टमेंट एक्टिविटी के लिए बोला गया इस प्रकार से विभिन्न किस्तो में रूपये इन्वेस्ट कराने के नाम पर फरियादी के साथ कुल 18.60/- लाख रूपये की धोखाधड़ी की गयी। उक्त आवेदन पर जांच उपरांत दिनांक 08/02/2025 को धारा 318(4) एवं 319(2) भारतीय न्याय संहिता का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

*तरीका वारदात- आरोपी नरेंद्र द्वारा अपने भाई के पहले से खुले बंधन बैंक खाता को आरोपी निम्बाराम को 10000/- रूपये में बेचना बताया। अभी तक मुख्य आरोपी निम्बाराम द्वारा 50 से अधिक बैंक खाते आगे फरार आरोपी बीराराम (परिवर्तित) को देना बताया। यह लोग भोले-भाले गरीब एवं कॉलेज स्टूडेंट की रूपये की लालच देकर उनके कागजातों का इस्तेमाल कर ऑनलाईन एवं ऑफलाईन बैंक खाता खुलवाते है एवं सिमकार्ड भी इन्ही के नाम पर लेते है। इसके बाद उक्त बैंक खाता में नेटबैंकिंग को शुरू करने के लिए अपने मोबाईल के सिमकार्ड के इटरनेट का इस्तेमाल न करते हुए इसके लिए अलग से वाई-फाई डोंगल का इस्तेमाल करते है। जिसके अपने आप को छुपाये रखने तथा पुलिस के बचने में मदद मिलती है। इसके बाद फरार आरोपी उक्त बैंक खातों में कहां से कैसे रूपये डलवाने है का कार्य करता है। इसी प्रकार गिरफ्तार खाता धारक चंदन मांझी द्वारा चंद रूपयों की लालच में अपना बैंक खाता खुलवाया एवं उक्त खाते में अपराध सदर से संबंधित फ्रॉड के रूपये प्राप्त हुए।

पुलिस कार्यवाही- सायबर क्राईम जिला भोपाल की टीम द्वारा अपराध कायमी के पश्चात् त्वरित कार्यवाही कर तकनीकी एनालिसिस के आधार पर प्राप्त साक्ष्यों के माध्यम से आरोपी नरेंद्र, निम्बाराम एवं चंदन मांझी को जोधपुर, राजस्थान से गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से बडी मात्रा में अपराध में प्रयुक्त 07 मोबाईल फोन मय सिमकार्ड, 02 वाई-फाई डोंगल डिवाईस मय सिमकार्ड, 05 चैकबुक, 62 एटीएम कार्ड एवं 28 सिमकार्ड जप्त किये गये हैं।

*पुलिस टीम:-* उनि भरत प्रजापति, प्रआर प्रतीक उईके, प्रआर. आदित्य साहू, आर. विकास, आर. अंकित सिंह, आर. अभिषेक चौधरी, आर. गुजंन शर्मा, आर. अशोक शर्मा, आर. सूरज पारा, आर. चालक सुमित समद।

नाम आरोपीगण –

क्रं. नाम आरोपी शिक्षा जाहिरा व्यवसाय आपराधिक रिकार्ड

1 आरोपी नरेंद्र उम्र 21 साल निवासी तहसील एवं जिला बाड़मेर, राजस्थान 12 वी पास अपने भाई का खाता को बेचना निल

2 आरोपी निम्बाराम उम्र 22 साल निवासी तहसील, चौहटन, जिला बाड़मेर वर्तमान पता – बाड़मेर, जिला राजस्थान 12 वी पास बैंक खातों को कलेक्ट कर आगें फरार आरोपी को देना निल

3 चंदन माझी उम्र 37 साल निवासी स्थाई तहसील बाराचट्टी, जिला गया, बिहार वर्तमान पता – जोधपुर, राजस्थान साक्षर खाता धारक निल

एडवायजरी-

वर्तमान में सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे- इंस्टाग्राम, फेसबुक, टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा प्रतिदिन हजारों रूपये कमाने का लालच दिया जा रहा है जिसमें पहले आपको फेसबुक, इंस्टाग्राम एवं यूट्बूय चैनल को लाईक एवं सब्सक्राईब करने अथवा फेसबुक या इंस्टाग्राम पेज को फॉलों एवं लाईक करने के टास्क दिया जाता है अथवा इसी प्रकार का अन्य टास्क दिये जाते है जिसके बाद रूपये विड्राल करने हेतु आपके बैंक खाता की जानकारी प्राप्त कर ली जाती है एवं आपको 50-100/ रूपये आपके बैंक खाता में क्रेडिट कर दिये जाते है। इसके बाद आपको और अधिक रूपये कमाने का लालच देकर बड़े-बड़े एमाउण्ट के टास्क दिये जाते है जिसके बाद आपका बैंलेंस बेवसाईट पर दिखाई देता है और आपसे अन्य टास्क कम्पलीट करने हेतु बताया जाता है। उक्त प्रकार के टास्क के झांसे में न आये।

फोन पर कोई अज्ञात व्यक्ति आपसे क्रेडिट कार्ड, बैंक खाता, एटीएम कार्ड या अन्य कोई फायनेंसियल जानकारी मांगता है तो उसके साथ अपनी बहुमूल्य जानकारी बिल्कुल भी साझा न करें एवं अपनी स्थानीय बैंक शाखा में जाकर सम्पर्क करें।

निम्न बातों का हमेशा ध्यान रखें-

1. सोशल मीडिया पर अधिक कमाई का झाँसा देकर टास्क करवाने वालों से सावधान रहें।

2. यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब, इंस्टा पेज लाइक करने के बदले पैसे देने वाली योजनाएं धोखाधड़ी हो सकती हैं।

3. आपके खाते में ₹50-₹100 ट्रांसफर कर के विश्वास में लेने की कोशिश होती है, फिर ठगी होती है।

4. ऑनलाइन वेबसाइट पर दिखने वाला बैलेंस असली नहीं होता — ये केवल भ्रम फैलाने का तरीका है।

5. किसी भी अनजान व्यक्ति से बैंक खाता, एटीएम, क्रेडिट कार्ड की जानकारी शेयर न करें।

6. बैंक या KYC के नाम पर आए कॉल पर जानकारी देने से पहले बैंक से प्रत्यक्ष संपर्क करें।

7. किसी भी UPI पेमेंट रिसीव के लिए OTP या PIN डालने की आवश्यकता नहीं होती।

8. ऑनलाइन शॉपिंग के लिए भरोसेमंद वेबसाइट्स ही इस्तेमाल करें।

9. कम बैलेंस वाले बैंक अकाउंट से ही ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करें।

10. अनजान वेबसाइट या लिंक से कोई भी ऐप डाउनलोड न करें।

11. अपने मोबाइल या कंप्यूटर में AnyDesk, TeamViewer जैसे ऐप्स न रखें यदि उपयोग नहीं करते।

12. OTP, CVV, पासवर्ड, पिन जैसी जानकारी किसी के साथ भी साझा न करें।

13. लॉटरी, गिफ्ट, स्कीम्स वाले लिंक या कॉल्स से दूर रहें।

14. व्हाट्सएप पर अनजान नंबर से वीडियो कॉल आते समय तुरंत चेहरा न दिखाएं।

15. पासवर्ड को नियमित अंतराल पर बदलें और मजबूत रखें (अक्षर+संख्या+स्पेशल कैरेक्टर)।

16. नौकरी दिलाने के बहाने पैसे मांगने वालों से सावधान रहें।

17. बिजली बिल या कनेक्शन बंद होने वाले मैसेज की पुष्टि बिजली कार्यालय जाकर करें।

18. छोटे निवेश की बेवसाइट्स जैसे स्कीम्स में पैसे लगाने से बचें।

19. फोन पर खुद को बैंक वाला बताकर जानकारी मांगने वाले असली नहीं हो सकते — सतर्क रहें।

नोट- सायबर क्राईम संबंधित घटना घटित होने की सूचना भोपाल सायबर क्राईम के हेल्प लाइन नम्बर 9479990636 अथवा राष्ट्रीय हेल्पलाईन नंबर 1930 पर दे ।

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