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March 19, 2024
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पर्यटन में हुए नवाचार महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त करेंगे – मंत्री सुश्री ठाकुर

“महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल विकास पर हुई कार्यशाला”

पर्यटन, संस्कृति और आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा है कि “महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल विकास” करने का नवाचार महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त करेगा। मंत्री सुश्री ठाकुर मिंटो हॉल में प्रदेश में पर्यटन स्थलों को महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिये परियोजना के उन्मुखीकरण कार्यशाला को संबोधित कर रही थी। सुश्री ठाकुर ने परियोजना के लोगो का लोकार्पण भी किया। ‘दिल खोल के घूमो, हिंदुस्तान के दिल में, आप सेफ है’ की टैगलाइन वाले लोगो मे ऑरेंज रंग महिला सशक्तिकरण का प्रतीक है। कार्यशाला में पर्यटन बोर्ड, मध्यप्रदेश पुलिस और यूएन वूमेन इंडिया के बीच परियोजना को समन्वयित प्रयासों से संचालित करने के लिये एमओयू भी साइन किया गया।

मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा कि सभी विभागों की उपस्थिति और सहयोग से ‘आत्म-निर्भर भारत’, ‘आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश’ के निर्माण में महिलाओं की सहभागिता सुनिश्चित हो सकेगी। सभी अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन जिम्मेदारी से करें। यह हमारी प्रशासनिक जिम्मेदारी के साथ-साथ नैतिक और सामाजिक दायित्व भी हैं।

प्रमुख सचिव पर्यटन और प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल विकसित करना अपने आप में अनूठी परियोजना है। मध्यप्रदेश इसके क्रियान्वयन में अग्रणी भूमिका निभाएगा। यह एक महत्वकांक्षी, समाचीन और समाज के लिए तत्कालिक रूप से आवश्यक परियोजना है।  यह मध्यप्रदेश को आत्म-निर्भर बनाने की दिशा में प्रदेश की आधी आबादी को योगदान देने का मंच प्रदान करेगी। इससे पर्यटन और आर्थिक क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी। श्री शुक्ला ने बताया कि पर्यटन के हॉस्पिटेलिटी सेक्टर में अधिक से अधिक महिला कर्मचारी रखे जाएंगे। विकसित किये जा रहे 50 पर्यटन स्थलों पर करीब 40 हजार महिलाओं को आत्म-रक्षा की ट्रेनिंग दी जायेगी। इसके साथ ही करीब 10 हजार महिलाओं को कौशल विकास अंतर्गत प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।

यूएन वूमेन  की  भारत की प्रतिनिधि सुज़ेन जेन फ़र्गुसन ने कहा कि मध्यप्रदेश  टूरिज्म  बोर्ड की  इस  महत्वपूर्ण परियोजना  के साथ  तकनीकी साझेदार बनने  पर  हमें  अत्यधिक  प्रसन्नता  है। उन्होंने  कहा  कि महिलाओं के लिए सुरक्षित  माहौल  बनाने  के  लिए  एक ओर  जहाँ हमें सामाजिक संवेदनशीलता और नीतिगत निर्णयों के लिए  पैरवी  करना होगी, वहीं आधारभूत संरचनात्मक ढाँचे को भी बेहतर बनाना होगा। इस  परियोजना में ये दोनों  ही  कार्य  मध्यप्रदेश  शासन  कर रहा है, जिससे न केवल भारत अपितु सम्पूर्ण  विश्व के  लिए एक  नज़ीर बन  रही  है। परियोजना  की संकल्पना  को शुरुआत में ही  वर्ल्ड ट्रेवल मार्ट, लंदन द्वारा पुरस्कृत  कर विश्वव्यापी पहचान  मिल चुकी  है।

यू.एन. वूमेन की जेंडर रेस्पॉन्सिव गवर्नेंस टीम लीड अंजू दुबे पांडेय ने कहा कि वैश्विक स्तर पर महिला सुरक्षा एवं पर्यटन पर  शोध और शोधपरक तथ्यों पर अधिक कार्य करने की आवश्यकता है। मध्यप्रदेश की इस परियोजना के माध्यम से हमें इस दिशा में कार्य करने के लिये एक दृष्टि प्राप्त होगी जो वैश्विक स्तर पर हमारा पथ प्रशस्त करेगी।

विशेष  पुलिस  महानिदेशक (प्रशिक्षण) श्रीमती अरुणा मोहन राव  ने कहा कि महिलाओं  में सुरक्षा का  बोध जागृत होने  के लिए  उनका  प्रत्येक स्तर पर  सशक्त  होना आवश्यक है। परियोजना  के साथ  एक  ओर  पुलिस विभाग  के बल का  संवेदीकरण होगा, वहीं दूसरी ओर प्रदेश  में  बालिकाओं  और  महिलाओं  को  आत्म-रक्षा  प्रशिक्षण  देने में भी सहयोग  करेगा।

कार्यक्रम  के दौरान  टूरिज्म  बोर्ड, पुलिस  विभाग   और  परियोजना  की तकनीकि सहायक संस्था  यूएन वूमेन  के  साथ   एम्ओयू  भी साझा किया  गया।  पर्यटन  में  महिला  सुरक्षा  विषय  पर एक परिचर्चा  का आयोजन भी हुआ, जिसमें  विशषज्ञों  द्वारा  अपने  विचार  और  अनुभवों  पर  चर्चा  की गयी।  परिचर्चा  में अपर  प्रबंध  संचालक  मध्य प्रदेश टूरिज्म  बोर्ड श्रीमती  शिल्पा गुप्ता,  अपर  पुलिस  महानिदेशक (प्रशिक्षण) श्रीमती अनुराधा  शंकर, टीम  लीड – जेंडर रेस्पॉन्सिव गवर्नेंस यूएन वूमेन अंजू दुबे  पांडेय, जनरल  मैनेजर  ताज  ग्रुप  कनिका  हसरत, केरल राज्य  पर्यटन  के  रेस्पोंसिबल  टूरिज्म  के राज्य  समन्वयक रुपेश कुमार, एक्वेशन संस्था बैंगलोर  से जोयत्री, मध्यप्रदेश  टूरिज्म  बोर्ड  से  संचालक  कौशल- डॉ.  मनोज  सिंह  और   सलाहकार जेंडर  और सामाजिक विकास  स्वाति प्रमर ने सहभागिता  की।  परिचर्चा  का संचालन आई.सी.आर.टी. की सदस्य मनीषा पांडेय  ने किया। 

कार्यशाला  में रेस्पोंसिबल  टूरिज्म  पर  कार्य करने  वाली  सहयोगी  संस्थाओं  ने अपने इकोफ्रैंडली  उत्पादों का प्रदर्शन भी किया। इसमे पशु पक्षी मुंबई, कुंभाया, देवास, द लास्ट विल्डरनेस फाउंडेशन, मुम्बई, क़्वींस ऐज खंडवा, द कार्विंग स्टूडियो, इंदौर, महिला शक्ति संगठन, भोपाल संस्थाएँ  शामिल  रही।

परियोजना का उद्देश्य पर्यटन स्थलों पर स्थानीय समुदाय और महिलाओं की भागीदारी से पर्यटन स्थलों को महिलाओं के लिए सुरक्षित और अनुकूल बनाना है। परियोजना का राज्य के 20 संकुलों में 50 पर्यटन स्थलों में क्रियान्वयन किया जाएगा। इसमें चंबल, पंचमढ़ी, शहडोल, खजुराहो, चंदेरी, दतिया, साँची, उज्जैन बुरहानपुर आदि पर्यटन स्थल और जिले शामिल है। परियोजना में टूरिज्म बोर्ड, महिला एवं बाल विकास, गृह, नगरीय विकास एवं आवास, परिवहन, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास और राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ग्रामीण विकास विभाग के समन्वयित प्रयासों से महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन स्थल विकसित करने की दिशा में कार्य किया जाएगा।

कार्यशाला में प्रतिभागियों को परियोजना के विज़न और उद्देश्यों को समझाने के लिये कांसेप्ट वीडियो फ़िल्म प्रदर्शित की गयी। फ़िल्म में बताया गया कि केन्द्रीय मंत्रालय महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा “निर्भया योजना” में इस परियोजना को स्वीकृति प्रदान की गई है। परियोजना का संचालन मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा किया जा रहा है। परियोजना में चरणबद्ध तरीके से आगामी 3 वर्षो में 50 पर्यटन स्थलों को 20 क्लस्टरो के रूप में विभाजित कर कार्य किया जाएगा। इसमें संबंधित हितधारकों के लिए प्रशिक्षण क्षमता निर्माण, महिलाओं की सुरक्षा के प्रति जागरूकता सृजन, आईईसी, आत्म-रक्षा प्रशिक्षण, पर्यटन स्थलों का सुरक्षा की दृष्टि से अंकेक्षण और अधिक से अधिक कार्यशील महिलाओं की उपस्थिति सुनिश्चित कर महिलाओं के लिए अनुकूल वातावरण निर्माण किया जाएगा। इसमें महिलाओं का कौशल संवर्धन और क्षमता निर्माण, महिला पर्यटकों को पर्यटन स्थलों के विषय में आवश्यक जानकारियाँ एवं सूचनाएँ उपलब्ध कराना और सहयोग प्रदान करना आदि गतिविधियाँ सम्मिलित है। इससे स्थानीय समुदाय के साथ महिला पर्यटकों के प्रति सुरक्षा व्यवस्था में समुदाय की सहभागिता बढ़ेगी। पर्यटक आवागमन से स्थानीय युवाओं, समुदाय, महिला स्व सहायता समूह को सीधे लाभ होगा और वे पर्यटन स्थलों की सुरक्षा और विकास के प्रति जिम्मेदार बनेंगे। 

कार्यशाला में यूएन वूमेन की भारत में प्रतिनिधि सुज़ेन जेन फ़र्गुसन, स्पेशल पुलिस महानिदेशक श्रीमती अरुणा मोहन राव, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीमती अनुराधा शंकर और यूएन वूमेन से टीम लीड सुश्री अंजू पाण्डे, प्रबंध निदेशक पर्यटन निगम श्री एस विश्वनाथन, अपर प्रबंधक पर्यटन बोर्ड श्रीमती शिल्पा गुप्ता, संचालक (कौशल) श्री मनोज सिंह, विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और  विषय विशेषज्ञ सहित बड़ी संख्या में प्रतिभागी उपस्थित थे।

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