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March 29, 2024
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शिक्षासामाजिक

सतना,सपने वो होते हैं, जो हमे सोने नही देते- कलेक्टर अनुराग वर्मा

कलेक्टर की यूपीएससी एवं पीएससी निःशुल्क कोचिंग क्लास का हुआ शुभारंभ

सतनाकलेक्टर अनुराग वर्मा की पहल पर जिला प्रशासन सतना एवं आदर्श परिवार एवं आधुनिक नालंदा निःशुल्क कोचिंग क्लासेस के संयुक्त प्रयास से सतना में संघ लोक सेवा आयोग एवं राज्य सेवा आयोग की परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग क्लास के प्रथम चरण का शुभारंभ रविवार को नगर निगम के टाउन हाल में किया गया। कलेक्टर अनुराग वर्मा ने दीप प्रज्वलन कर कोचिंग क्लास का शुभारंभ किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, आयुक्त नगर निगम तन्वी हुड्डा, सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव, अपर कलेक्टर राजेश शाही, डिप्टी कलेक्टर नीरज खरे सहित प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। कलेक्टर अनुराग वर्मा की पहल पर सतना जिले के प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग की व्यवस्था की गई है। इस कोचिंग क्लास में जिले के वरिष्ठ पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी, अखिल भारतीय सेवा, सिविल सेवा के वरिष्ठ अधिकारी समय-समय पर मार्गदर्शन देंगे। कलेक्टर श्री वर्मा ने युवाओं को लक्ष्य के प्रति केंद्रित करते हुए कहा कि *‘‘सपने वे नहीं होते जो सोते समय आते हैं, बल्कि सपने वे होते हैं जो हमें सोने नहीं देते‘‘।* उन्होंने कहा कि युवाओं को अपनी क्षमता के अनुरूप बड़े सपने देखने चाहिए और उसे पूरा करने लक्ष्य पर केंद्रित होकर संपूर्ण ऊर्जा उस पर लगानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति का लाइफ स्टाइल और पैटर्न अलग-अलग होता है। अतः किसी दूसरे व्यक्ति से तुलना नहीं करनी चाहिए। यही समय होता है जब आप अपनी मेहनत से तय कर सकते हैं कि आपका भविष्य क्या होगा। यह समय देखे हुए सपने को पूरा करने का समय होता है। कलेक्टर ने युवाओं से कहा कि आपको लगता है कि प्रयास करने पर मुझे लक्ष्य मिल सकता है, तभी प्रयास करें। दूसरे व्यक्ति की इच्छा पर नहीं। उन्होंने कहा कि कोचिंग किसी अभ्यर्थी को सफलता नहीं दिलाती, बल्कि वह दिशा देकर सफलता के मार्ग प्रशस्त करती है। सीमित समय में सीमित शब्दों में जितना उत्तर दे पाएंगे, मूल्यांकन इसी आधार पर होता है। उन्होंने बताया कि जिले में जनवरी 2022 से कोचिंग शुरु करने का कार्यक्रम था। लेकिन कोविड की तीसरी लहर की आशंका से इसे ऑनलाइन किया गया। अब समय ऑफलाइन क्लासेस चलाने का है। युवाओं के पंजीयन अत्यंत अधिक 2849 हो जाने पर केवल इस वर्ष 2022 की प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं का चयन प्रथम चरण में कोचिंग के लिए किया गया है। कोचिंग की नियमित क्लासेस होली के बाद 20 मार्च से प्रारंभ होना संभावित है। जैसे-जैसे स्थान होगा, पंजीकृत छात्र-छात्राओं को कोचिंग का अवसर मिलता जाएगा। अंडर ग्रेजुण्ट स्टूडेंट्स को अभी प्रतीक्षा करनी होगी। पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने कहा कि सतना जिले के लिए अभिनव पहल के रूप में युवाओं को परीक्षा की तैयारी का वातावरण देने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे सपने देखने चाहिए, जिन्हें लक्ष्य बनाकर आगे बढ़े तो सफलता मिल सके। हमारे जीवन का यह 4-5 साल का समय जीवन को दिशा देने में महत्वपूर्ण होता है। क्षमता का आंकलन और टाइम मैनेजमेंट के माध्यम से आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि उच्च प्रतियोगी परीक्षाओं में भाषा का माध्यम मायने नहीं रखता, बल्कि भाषा पर कमांड महत्वपूर्ण होती है। आयुक्त नगर निगम तन्वी हुड्डा ने कहा कि सतना जिले के लिए उच्च प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क कोचिंग अभिनव पहल है। उन्होंने बताया कि आयोग की परीक्षाओं के कई फेज होते हैं, चरणबद्ध रूप से विषयों की तैयारी करें। पूर्व परीक्षाओ के 10 वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें और करेंट अफेयर के लिए न्यूज पेपर जरूर पढ़ें। उन्होंने कहा कि इंटरनेट के युग में सूचनाओं का असीमित भंडार उपलब्ध है। उनमें से वास्तविक और महत्वपूर्ण सूचनायें केंद्रित करें। परीक्षा के लिए टाइम मैनेजमेंट रखना अत्यंत जरुरी होता है। सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित राव ने कहा कि संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षाओ में कितनी कठिन स्पर्धा होती है, सभी को पता है। 10 लाख लोग फॉर्म भरते हैं, अंत में रिजल्ट के समय वर्ष भर में 180 लोग ही चयनित होते हैं। उन्होंने कहा कि सबसे पहले अपनी क्षमता का आंकलन करें, फिर उद्देश्य तय करें। अपनी क्षमता के अनुसार रीडिंग टाइम फिक्स करें। आप कितने समय तक पढ़ रहे हैं, यह महत्वपूर्ण नही है। कितना एकाग्र होकर पढ़ पाते हैं, यह महत्वपूर्ण है। अच्छी किताबें चुने, किताबों को चयन महत्वपूर्ण है। एक विषय की एक ही किताब चुनें, उसका रिवीजन कई बार करें। अपर कलेक्टर राजेश शाही ने कहा कि निःशुल्क कोचिंग जिले के यूपीएससी और एमपी पीएससी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं की मदद का एक प्रयास है। इसे मनोरंजन के लिए नहीं बल्कि भविष्य निर्माण के लिए गंभीरता से लें। कोचिंग क्लास में शालीन और अनुशासित रहें। उद्घाटन सत्र के अंत में सतना जिले के कोचिंग क्लास समन्वयक रामलखन मीणा ने आभार प्रदर्शन किया।

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