इंदौर। पुलिस आयुक्त इंदौर नगर श्री हरिनारायणचारी मिश्र ने लोगों से छलकपट कर अवैध लाभ अर्जित करते हुये आर्थिक ठगी करने वाले एवं सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर आपत्तिजनक पोस्ट व हैकिंग करने वाले अपराधियों की पहचान कर विधिसंगत कार्यवाही करते हुये उनकी धरपकड़ करने हेतु प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। इन निर्देशों के अनुक्रम में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त इंदौर श्री श्री राजेश हिंगणकर के मार्गदर्शन में पुलिस उपायुक्त (क्राइम ब्रांच) श्री निमिष अग्रवाल एवं अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (क्राईम ब्राँच) श्री गुरू प्रसाद पाराशर के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन टीम ने फरियादी के साथ हुई लगभग एक लाख रूपए की ठगी के पैसे फरियादी को वापस कराए हैं।
24 मार्च को आवेदक रंजीत पाटिल निवासी इंदौर ने साइबर हेल्पलाइन पर सूचना दी थी कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने बैंक अधिकारी बनकर आवेदक को ICICI बैंक के क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर कॉल कर जानकारी लेकर ओटीपी प्राप्त कर उसके बैंक से 95 हजार रूपए की ठगी की है। रिपोर्ट पर तत्काल क्राईम ब्रांच इंदौर की फ्राड इंन्वेस्टीगेशन सेल से उप.निरीक्षक कमल माहेश्वरी व आरक्षक शिवम बघेल ने जांच में पाया कि ठग द्वारा ठगी गई राशि को पे स्प्रिंट वॉलेट के माध्यम से ट्रांसफर किया गया है। टीम ने आवेदक से ट्रांजेक्शन की जानकारी लेकर पे स्प्रिंट वॉलेट से संपर्क कर आवेदक की आहरित राशि 95 हजार रूपये स्वंय के बैंक खाते में सकुशल वापस कराये गये।
आमजन को सूचित किया जाता है की किसी भी अनजान व्यक्ति के द्वारा बैंक अधिकारी/कर्मचारी बनकर आपसे कॉल या मैसेज के माध्यम से आपकी बैंक संबंधी जानकारी व ओटीपी मांगने पर कभी किसी से शेयर ना करे। अन्यथा आप भी ठगी का शिकार हो सकते है, इस तरह की घटना की सूचना तुरंत अपने नजदीकी थाने पर दे या क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस द्वारा संचालित सायबर हेल्पलाइन नं. 704912-4445 पर सूचित करे।