ताज कृपादरबार में ताज जन्मोत्सव मनाया गया
गाडरवारा ।स्थानीय ताज कृपादरबार चिरहकला भटेरा मार्ग पर प्रतिवर्षानुसार सरकार ताजुल औलिया का 162 वां जन्मदिन उत्साह के साथ दरबार संस्थापक स्वर्गीय नासिर मासाब व्दारा स्थापित परम्परा के अनुसार सदैव की भांति संरक्षक प्रभाकर रावजी डहाके के मार्गदर्शन में मनाया गया । कार्यक्रम के प्रथम चरण में सरकार ताजुल औलिया, समकालीन संतो दादा दादाजी केशवानंदजीधूनी वालो, शिर्डी साईंबाबा, गजानन महाराज शेगांव और रामकृष्ण परमहंस, काशीनाथ नन्हा, सिध्द मातेश्वरी और मंझले सरकार को सेहरा बंदी चंदन इत्र प्रसादी फूल-माला पुजा अर्चना की गई फूल-माला पुजा अर्चना की गई । प्रधान अर्चक टनटूदादा जी ने प्रार्थना करते हुए देश में अमन-चैन, भाई चारे, शाति, समृद्धि और मानवता के लिए मंगल कामना की।
तदुपरांत सरकार ताज के जन्मोत्सव पर्व की बेला में केक भी प्रस्तुत कर काटने की रश्म अदायगी देवेश मोलासरिया ने की गई ।इस पर्व की श्रृंखला में शहनाई वादन भी किया गया जिससे दर्शनार्थि मंत्रमुग्ध हो गए । इसके साथ ही सरकार ताज और दरबार में स्थापित सभी परमहंसी महासंतो की शान में परम्परागत भंडारा प्रसादी का आयोजन किया गया जिसमें दरबार क्षेत्र के बच्चों के अलावा नगर के श्रध्दालु, शुभचिंतक व विभिन्न वर्गों के लोगों ने शामिल होकर प्रसादी ग्रहण की।कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए दरबारी महेश नेमा, अशोक मोलासरिया, सुरेन्द्र साहु, हेमन्त परचानी गोलू, सगीर भाईजान निवासी कामती, विमलेश प्रजापति आमगांव, राकेश सोनी पिपरिया, एम एस मेहरा, परषोतम पलोड, पप्पू जैन टोपी वाले, मोहित सोनी, महेंद्र महाराज भटेरा वाले, श्री मती कामिनी निगम, रामकृष्ण श्रीवास, रामकुमार श्रीवास, मुलायम केवट, देवेन्द्र पालीवाल, सुरेन्द्र सोनी, अखिलेश चौरसिया,राममिलन दुबे रूपेश परचानी, श्रीमती सुनयना हेमन्त परचानी आदि सभी दरबारी, शुभचिंतक मित्रों का सहयोग सराहनीय रहा । कार्यक्रम की सराहना की जा रही है ।उल्लेखनीय है कि सर्व धर्म समभाव की भावना से ओतप्रोत स्थली इस दरबार में सभी पावन त्योहारों पर आयोजित कार्यक्रम से. सामाजिक समरसता का संदेश संचारित होता है ।