विधवा की बेटी को 28 नवम्बर को घर से उठा ले गए .
5 लोगों ने बंधक बनाकर 5दिनों तक दुष्कर्म किया .
2 दिसंबर को लड़की को घर वापस किया .
पुलिस थाने में लिखित शिकायत 29 नवम्बर,2024और 3दिसंबर,2024 को की गई, एसपी को भी प्रतिलिपि दी गई .
अबतक एफआईआर दर्ज नहीं हुई .
थानाध्यक्ष गरीब पीड़ित परिवार पर समझौते का बना रहे दबाव
मामला है सोनभद्र (यूपी) ज़िले के रायपुर थाना क्षेत्र के रइयां (डोंगी) गांव का है रायपुर थानाध्यक्ष को दिए गए 3 दिसंबर,2024 के प्रार्थनापत्र के अनुसार, लड़की ने सभी 5 आरोपियों के नाम बताएं हैं और यह भी कहा कि उसे धमकाया गया है कि किसी को घटना के बारे में बताया, तो पूरे परिवार को मार देंगे।
परिवार आतंक के साए में जी रहा है.
पुलिस अधीक्षक महोदय से भी गुहार लगाई गई है.
सोनभद्र ज़िले में एफआईआर दर्ज न करने की शिकायतें बराबर आती रहती हैं. जिम्मेदार पुलिसजनों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं.
क्या योगी सरकार के क्राइम के प्रति जीरो टॉलरेंस को भुला दिया गया है?
लड़की का न मेडिकल हुआ, न एफआईआर!
कुछ तो करो सरकार!