कुंडलपुर में मुनि संघो का निरंतर आगमन– हुआ मंगल मिलन
कुंडलपुर दमोह। सुप्रसिद्ध सिद्ध क्षेत्र जैन तीर्थ कुंडलपुर की पावन धरा पर मुनि संघो का निरंतर आगमन हो रहा है। शनिवार को संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य पूज्य निर्यापक श्रमण मुनि श्री प्रसाद सागर जी महाराज एवं मुनि श्री अजितसागर जी महाराज ससंघ 5 मुनिराज, पूज्य मुनि श्री प्रयोगसागर जी महाराज ससंघ तीन मुनिराज, पूज्य मुनि श्री सौम्यसागर जी महाराज ससंघ 6 मुनिराज ,पूज्य मुनि श्री निर्दोष सागर जी मुनिराज ससंघ तीन मुनिराज का मंगल प्रवेश कुंडलपुर में हुआ ।इस अवसर पर कुंडलपुर में पूर्व से विराजित पूज्य निर्यापक श्रमण मुनि श्री अभयसागर जी महाराज, पूज्य निर्यापक श्रमण मुनि श्री संभव सागर जी महाराज ,मुनि श्री प्रभात सागर जी महाराज, मुनि श्री चंद्रसागर जी महाराज, मुनि श्री आनंदसागर जी महाराज, मुनि श्री निर्णयसागर जी ससंघ, मुनि श्री विनम्र सागर जी ससंघ, मुनि श्री विशदसागर जी ससंघ, मुनि श्री विराट सागर जी ससंघ, आर्यिकारत्न श्री ऋजुमति माताजी ससंघ ,आर्यिकारत्न श्री चिंतनमति माताजी ससंघ, आर्यिकारत्न श्री सोम्यमति माताजी ससंघ आदि का मंगल मिलन हुआ ।इस अवसर पर कुंडलपुर में बड़ी संख्या में उपस्थित यात्रीगण, ब्रह्मचारी भैया जी ,दीदी जी, कुंडलपुर क्षेत्र कमेटी पदाधिकारी सदस्य, महोत्सव समिति के संयोजक, सहसंयोजक ,प्रभारी सदस्य गण, कुंडलपुर जैन समाज आदि की उपस्थिति रही।