जिला पंचायत नरसिंहपुर के जांच आदेशों को लगातार अनदेखा कर रहे जनपद सीईओ धनीराम उईके,जनपद सीईओ की मनमानी आखिर किसका है संरक्षण
04 माह में जांच कर नहीं दे सके जांच प्रतिवेदन : जिला पंचायत की शिकायत शाखा के हाथ खाली, सूचना अधिकार के आवेदक को दिया सीईओ जनपद पंचायत चीचली को लिखा स्मरण पत्र
गाडरवारा। खबर जिला नरसिंहपुर के तहसील गाडरवारा अंतर्गत आने वाली और भ्रष्टाचार के मामलों में लगातार सुर्खियां बटोरने वाली जनपद पंचायत चीचली की है। जनपद की ग्राम पंचायत धमेटा, मोहपानी, इमलिया (कल्याणपुर) सहित कई पंचायत की जांच जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा की गई जिसमें अनियमितता पाए जाने पर सरपंच, सचिव सहित जिम्मेदारों पर रिकवरी हो चुकी है।
वही चीचली जनपद की ग्राम पंचायत पलेरा भी अनियमित और भ्रष्टाचारो के लिए सामने आई थी जहां के किसान गिरधारी ठाकुर द्वारा जिला कलेक्टर कार्यालय, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत नरसिंहपुर और अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय गाडरवारा के समक्ष दिनांक 2 जुलाई 2024 को अपने स्वर्गीय पिताजी सुम्मेर सिंह ठाकुर आत्मज राम प्रसाद ठाकुर की पैतृक भूमि में ग्राम पंचायत पलेरा के सरपंच, सचिव और ग्राम रोजगार सहायक द्वारा रोजगार गारंटी के तहत मनरेगा के मस्टर चलाकर खेत में तालाब निर्माण कार्य के एबज में लगभग 1 लाख 20 हजार रुपए की राशि 14 लोगों के नाम पर फर्जी मस्टर चलकर निकाले जाने की शिकायत दर्ज कराई गई थी।
गौरतलब है कि जिस आवेदन पर 01 माह पश्चात संज्ञान लेते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत नरसिंहपुर दिलीप कुमार द्वारा दिनांक 9 अगस्त 2024 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत चीचली धनीराम उईके को पत्र जारी कर ग्राम पंचायत पलेरा के सरपंच, सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक द्वारा जनपद के कर्मचारियों से सांठ गांठ कर आवेदक के पिता के नाम से स्वीकृत खेत तालाब के फर्जी मस्टर रोल चलाकर शासकीय राशि का गमन करने के संबंध में निष्पक्ष जांच कार्यवाही कर अपने स्पष्ट अभिमत सहित वस्तुपरख प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए आदेश जारी किया गया था, लगभग 02 माह बीत जाने पर भी जांच प्रतिवेदन प्राप्त न होने पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत नरसिंहपुर दिलीप कुमार द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत चीचली धनीराम उईके को दिनांक 24 सितंबर 2024 को पुनः स्मरण पत्र जारी किया गया। इसके पश्चात भी धनीराम उईके सी०ई०ओ० जनपद पंचायत चीचली द्वारा जांच प्रतिवेदन जिला पंचायत नरसिंहपुर में जमा नहीं किया गया। जिससे जनपद पंचायत सीईओ धनीराम उईके की मनमानी और अपने ही विभाग के उच्च अधिकारियों के आदेश को नजरअंदाज करने का खुलासा तब हुआ जब पलेरा के भ्रष्टाचार के आवेदन पर हुई जांच के संबंध में जानकारी प्राप्त करने सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत जानकारी मांगी गई, समय अनुसार प्राप्त न होने पर प्रथम अपील कर जानकारी के लिए निवेदन किया गया जिस पर आज दिनांक 28 नवंबर 2024 को कार्यालय जिला पंचायत नरसिंहपुर में सुनवाई की गई जिसमें खुलासा हुआ कि आज दिनांक तक जनपद सीईओ द्वारा जांच प्रतिवेदन नहीं दिया गया है जिन्हें पुनः स्मरण पत्र विभाग द्वारा भेजा जाएगा। जिससे अधिकारी द्वारा अपने विभाग के आदेशों को नजरांदाज कर अनियमित और कार्य के प्रति लापरवाह होने की ओर नजर करती है।
वही शिकायत दर्ज हुए 05 माह बीत गए और जिला पंचायत नरसिंहपुर से जांच के लिए आदेश हुए लगभग 04 माह बीत चुके हैं फिर भी बेख़ौफ़ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत चीचली धनीराम उईके कुंभकरण की नींद ले रहे हैं और अपनी जनपद पंचायत को भ्रष्टाचार का अवार्ड दिलवाने का प्रयास कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि खबर प्रकाशित होने पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत नरसिंहपुर दिलीप कुमार ऐसे लापरवाह और उनके आदेशों को नजरअंदाज करने वाले अधिकारी पर क्या एक्शन करते हैं या फिर इसी प्रकार स्मरण पत्र जारी करते रहेंगे।