जीवित व्यक्ति का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर शासकीय सामाजिक सुरक्षा योजना के अंतर्गत मिलने वाली अनुग्रह राशि का फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
गिरोह के 3 गिरफ्तार, 40 फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जप्त
अभी तक की प्रारंभिक जांच में 30 से अधिक जीवित व्यक्तियों के फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र तैयार कर लगभग 01 करोड़ रूपये का फर्जीवाड़ा करना पाया गया
नाम पता गिरफ्तार आरोपीः-
01.शेख शहजाद पिता स्व. शेख रफीक उम्र 34 वर्ष निवासी न्यू नेता कालोनी अधारताल
02. आकिब रफीक पिता अब्दुल रफीक उम्र 26 वर्ष निवासी न्यू आनंद नगर पंप हाउस हनुमानताल
03. सलमान उर्फ मोह. सद्दाम शेख पिता मोह. मुर्तजा उम्र 27 वर्ष निवासी रजा चौक मक्का नगर गली नंबर 01 हनुमानताल
थाना हनुमानताल में श्रीमति सैयदा रिजवाना रिजवी उम्र 45 वर्ष निवासी एम. आई.जी.04 आनंद नगर आधारताल ने लिखित शिकायत की कि वर्ष 2020 में उसे जानकारी मिली की सरकार की योजना में एक मजदूरी कार्ड बनता है जिसके द्वारा सरकार की योजना का लाभ मिलता है। शहजाद नाम के व्यक्ति की आनलाईन की दुकान है जो मजदूरी कार्ड बनाता है। वह अपना मजदूरी कार्ड बनवाने के लिये शहजाद की दुकान पर गई। शहजाद ने उससे कार्ड बनवाने के लिये अपने दस्तावेज एवं 5000 रुपये देने को कहा । उसने दस्तावेज में अपनी समग्र आईडी, परिवार एवं स्वयं का आधारकार्ड एवं सभी की पासपोर्ट फोटो दे दी। लगभग 06 महिने बाद 2021 में शहजाद की दुकान पर पता किया तो कार्ड बन गया था जो शहजाद ने उसे दे दिया था। कुछ दिनो पहले उसे मोहल्ले के लोगों से सुनने में आया कि शहजाद द्वारा लोगों के मजदूरी कार्ड का गलत उपयोग कर सरकारी योजना का पैसा निकाला जा रहा है तब उसे संदेह हुआ कि शहजाद मजदुरी कार्ड का गलत उपयोग किया गया है तो उसने नगर निगम में जाकर पता किया तो उसे पता चला कि उसके मजदूरी कार्ड से उसका मृत्यु प्रमाण लगाकर पैसा निकाला गया है।
शहजाद ने उसके जीवित होते हुये मृत बताकर उसके दस्तावेजो एवं मजदूरी कार्ड का गलत उपयोग कर उसके नाम से पैसे लेकर धोखाधड़ी की है।
दौरान विवेचना के नगर निगम व बैंक से जानकारी प्राप्त की गयी। योजना में आवेदन के साथ लगे दस्तावेज यूनियन बैंक के खाता संख्या की जानकारी प्राप्त की गयी जो उक्त खाता आकिब रफीक के नाम से पाया गया एवं खाते मे एम.पी. बिल्डिंग हैदराबाद इलेैक्ट्रानिक पेमेंट सेल से दिनांक 08/08/22 को 6000/- एव दिनांक 13/10/22 को 2 लाख रूपये आना प्रदर्शित है।
सम्पूर्ण जांच पर शेख शहजाद व आकिब रफीक के द्वारा श्रीमति सैयदा रिजवाना के मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल भोपाल द्वारा जारी कार्ड का उपयोग कूटरचित दस्तावेज तथा फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र, आधारकार्ड, बैंक खाता का उपयोग कर मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा के अंतर्गत अनुग्रह सहायता राशि 2 लाख रुपये एवं अंत्येष्टि सहायता राशि 6 हजार रुपये कुल 2,06,000/-रुपये (दो लाख छ हजार रुपये) प्राप्त करते हुये धोखाधड़ी करना पाये जाने पर शेख शहजाद तथा आकिब रफीक के विरूद्ध धारा 420, 467, 468, 471, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
*पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.)* द्वारा घटित हुई घटना को गम्भीरता से लेते हुये आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु आदेशित किये जाने पर अति. पुलिस अधीक्षक शहर श्रीमति प्रियंका शुक्ला (भा.पु.से.) एवं नगर पुलिस अधीक्षक गोहलपुर श्री राजेश सिंह राठौर के मार्गनिर्देशन में थाना प्रभारी हनुमानताल श्री मानस द्विवेदी के नेतृत्व में टीम गठित कर लगायी गयी।
गठित टीम द्वारा आरोपी शेख शहजाद को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर आरोपी शेख शहजाद ने दस्तावेज लेकर अपने मित्र आकिब रफीक से आधार कार्ड व बैंक पासबुक मे एडिटिंग कर उक्त दस्तावेज मित्र मोहम्मद सद्दाम शेख उर्फ सलमान को देकर नगर निगम कार्यालय मे जमा करवाना तथा उक्त कूटरचित दस्तावेज व फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र के माध्यम से शासकीय सामाजिक सुरक्षा योजना के अंतर्गत अनुग्रह राशि का 02 लाख रूपये एवं अंत्येष्टि सहायता राशि 06 हजार रुपये का प्राप्त करना स्वीकार किया।
आरोपी शेख शहजाद, आकिब रफीक व मोहम्मद सद्दाम शेख उर्फ सलमान को प्रकरण में विधिवत गिरफ्तार कर आरोपियों के कब्जे से 40 फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जप्त किये गये हैं तीनों से पूछताछ की जा रही है, अभी तक की पूछताछ पर 30 से अधिक जीवित व्यक्तियों के फर्जी मृत्यू प्रमाण पत्र तैयार कर शासकीय योजना में मिलने वाली सहायता राशि का लाभ लेते हुये लगभग एक करोड़ रूपये का फर्जीवाड़ा करना पाया गया है। विस्तृत पूछताछ हेतु आरोपियों का पुलिस रिमाण्ड लिया जा रहा है।
*उल्लेखनीय भूमिका:-* जीवित व्यक्ति का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर शासकीय सहायता राशि का फर्जीवाडा करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर आरोपियों को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी हनुमानताल श्री मानस दिवेदी, उप निरीक्षक सचिन वर्मा, उप निरीक्षक दुर्गेश मरावी, उप निरीक्षक रविंद्र डुडवा, प्रधान आरक्षक नितीन जोशी, वेदप्रकाश, अजय डबराल, आरक्षक अमित गौतम, जयकिशोर, निरंजन सिंह, सौरभ की सराहनीय भूमिका रही है ।