गाडरवारा। स्थानीय नई गल्ला मंडी प्रांगण में हो रही है संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण कर धर्म प्रेमी जनता पुण्य लाभ ले रही है । नगर एवं आसपास के क्षेत्र से संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करने के लिए धर्म प्रेमी जनता की उमड़ रही भीड़ । यह पावन कथा आप हम एवं समस्त श्रद्धालु गण गाडरवारा के द्वारा आयोजित की जा रही कथा 5 जुलाई से प्रारंभ हुई है जो कि 11 जुलाई तक चलेगी। प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक कथा व्यास पंडित शिवम दीक्षित जी के मुखारविंद से श्रीमद् भागवत कथा कहीं जा रही है । कथा के चौथे दिवस कथा वाचक पंडित शिवम दीक्षित ने बताया कि श्रीमद् भागवत पुराण को भगवान कृष्ण का साहित्यिक अवतार माना जाता है। श्रीमद् भागवत कथा सुनने से आध्यात्मिक विकास और भगवान के प्रति भक्ति गहरी होती है भगवान की कथाएं, नित्य सुनना चाहिए। भगवान की कथा सुनने से जीवन के दुख दूर होते हैं।श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण मात्र से प्राणी न केवल मोक्ष को प्राप्त करता है, वरन् मृत्यु के भय से भी निर्भय हो जाता है। यही कारण है कि मानव जीवन में भागवत कथा का सर्वाधिक महत्व है। मानव को जीना रामायण से एवं मरना श्रीमद्भागवत से सीखना चाहिए। श्रीमद् भागवत कथा सुनने से मनुष्य में कई जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं हमें भागवत कथा सुनने के साथ-साथ उनकी शिक्षाओं पर अमल भी करना चाहिए। भागवत जीविका का साधन नहीं है, भागवत तो मनुष्य का जीवन है। भागवत एक ऐसा रस है, जो इसमें रम गया तो उसका जीवन सफल हो जाता है। उन्होंने कहा कि अपना हित छोड़कर दूसरो का भला करोंगे, तो भगवान आप का भला करेगा। भागवत कथा का रसपान करने श्रद्धालुओं की अपार भीड़ पहुंच रही है। कथा पंडाल में भक्ति भाव में लीन होकर श्रद्धालु जन संगीतमय भजनों पर नृत्य करते हुए नजर आ रहे हैं। आयोजन समिति द्वारा कथा पंडाल में बेहतर व्यवस्थाएं की गई है। कथा का समापन 11 जुलाई को भंडारा प्रसादी कर किया जायेगा।आयोजन समिति ने धर्म प्रेमी जनता से श्रीमद भागवत कथा में अधिक संख्या में सम्ममिलित होकर कथा का श्रवण कर पुण्यलाभ लेने का आग्रह किया है।

previous post