रिपोर्टर रजनीश कुमार कौरव
बड़े भ्रष्टाचार की चंद घंटों में कार्यालय ग्राम पंचायत धौखेडा में बैठकर कागजो में हुई जांच, संदेह के घेर वरिष्ठ अधिकारियों की कार्य प्रणाली : ग्रामीण असंतोष
गाडरवारा कई दिनों से लगातार उठ रही ग्रामपंचायत में हुए भ्रष्टाचार की मांग को लेकर की समिति के द्वारा की गई चुपके से जांच
गाडरवारा। मामला जिला नरसिंहपुर की साईंखेड़ा जनपद के धौखेड़ा ग्राम पंचायत का है जहां पर ग्रामीणों के द्वारा कई।दिनों से आला अधिकारियों से निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही थी जिस पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद साईंखेड़ा के द्वारा एक समिति गठित कर जांच के आदेश दिए गए परन्तु जांच अधिकारी शुभम पटेल उपखंड ग्रामीणयात्रिकी विभाग जनपद पंचायत साईंखेड़ा एवं अन्य दो साथियों के द्वारा बिना ग्राम पंचायत में सूचना मुनादी के जांच शुरू कर दी जिसकी चोरी छुपे ग्रामीणों को खबर लगने से कुछ शिकायतकर्ता उपलब्ध हो सके बाकी आधे से ज्यादा शिकायतकर्ता सूचना प्राप्त न होने से जांच से वंचित रहे वही उपस्थित ग्रामीणों में अधिकांश ग्रामीण जन असंतुष्ट दिखे हालांकि जांच अधिकारियों के पास न तो कोई पंचायत संबंधी।डाटा। उपलब्ध था न ही जमीनी स्तर पर जाकर जहां पर भ्रष्टाचार हुआ हैं जांच की गई बस बंद कमरे में आला कर्मचारी ग्रामीणों के आरोपों को।दबाते दिखे उसके बाद परेशान एवं शासन की।योजनाओं से वंचित हितग्राहियों का एक।कागज में नाम।लिख कर यह आश्वासन दे दिया गया कि। हम आपको।लाभ दिलाने में मदद करेंगे बाकी जांच का जो मुद्दा था जैसे कि पी एम आवास में भ्रष्टाचार शौचालयों में भ्रष्टाचार किसान तालाब, मेढ़ बंधान,स्टॉपडेम,मनरेगा अन्य और भी मुद्दे थे जिन पर कोई बहस एवं चर्चा नहीं की गई और न ही जमीनी। स्तर पर नक्शा लेआउट चैक किया गया।
ग्रामीण कहना है
ग्रामीणों की शिकायत पर आज जांच कर चर्चा की जिसमें कुछ ग्रामीण संतुष्ट है और कुछ असंतुष्ट है और आज हमारे द्वारा जांच लगभग पूर्ण हो गई है अगर वरिष्ठ अधिकारी पुनः आदेश करेंगे तो हम फिर से जांच करेंगे।
शुभम पटेल, उपखंड अधिकारी ग्रामीण यांत्रिकी विभाग जनपद पंचायत साईंखेड़ा
जांच से हम संतुष्ट नहीं है जो मांग हमने रखी थी उस मांग को किसी से सुनी ही नहीं और पूरे शिकायतकर्ता उपस्थित नहीं है
दशरथ केवट, ग्रामीण शिकायतकर्ता
इन सभी ग्रामीणों का कहना है
वही शिकायतकर्ता रमेश केवट,सूरज कुशवाहा,राहुल केवट,लखन कुशवाहा,इमारत रजक,दिनेश क़ीर,कमलेश केवट,परसोत्तम केवट,एवं अन्य शिकायतकर्ता एवं ग्रामीणजन का कहना है कि जांच संबंधी कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई थी हम लोग तो अपने अपने कम से बाहर थे अन्य लोगों से सुनने में आया है कि अधिकारी लोग आए तो थे पर काम की बात एक नहीं की इसलिए हम पुनः नरसिंहपुर से जांच की मांग रखेंगे लगता है सब मिलीजुली सरकार है।