जगदगुरू शंकराचार्य भानपुरा पीठ स्वामी ज्ञानानंद तीर्थ 27 मार्च को गोअभयारण्य पधारेंगे- स्वामी गोपालानंद सरस्वती
गो सेवक मुख्यमंत्री ने गोमाताओं के मध्य अपना जन्मदिन मनाकर मध्यप्रदेश का गौरव बढ़ाया है*-स्वामी गोपालानंद सरस्वती
सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित “गोवंश रक्षा वर्ष” के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 352 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि कामना रहित कार्य करना ही सेवा है और भगवान की भावना का आदर करना सही मायने में ईश्वर की भक्ति है साथ ही निष्काम भाव से गोसेवा करके ही गोहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने में सफल हो सकते है क्योंकि गोमाता का कीर्तन करने से उनका महिमा गान से बड़े से बड़ा भय एवं बाधाओं का समाधान हो जाता है इसलिए कहा जाता है कि जन्मदिवस के दिन कीर्तन करना चाहिए ।
स्वामीजी ने मध्यप्रदेश के गो सेवक मुख्यमंत्री द्वारा 6700 गोमाताओं के बीच अपना 61 वा जन्मदिवस मनाकर भगवती गोमाता का आशीर्वाद लेकर यदुकुल नंदन भगवान कृष्ण के कुल की गोसेवा के भाव को समाज के सामने स्वयं ने प्रकट किया है बाकि तो बड़े बड़े लोग अपना जन्मदिवस पंच तारा होटलों में मनाकर अपने आपको गौरवान्वित करने का दिखावा करते है लेकिन मुख्यमंत्री जी ने गौमाताओं के बीच अपना जन्मदिवस भारतीय परम्परा गो पूजन ,यज्ञ एवं 108 आंवलकी उपवन में आंवला का पौधा लगाकर एक प्रेरक का कार्य किया है,क्योंकि जन्मदिवस पर लगाएं गए पेड़ के नीचे गायमाता बैठ कर विश्राम करें तो उसका फल एक गौशाला बनाने के फल बराबर होता है ।
साथ ही जन्मदिवस पर तुलादान का भी बहुत फल मिलता है और तुलादान करते समय जब हमारे वजन का पलड़ा ऊपर उठता हे तो आध्यात्म जगत में हम ऊपर उठते हे और मुख्यमंत्री जी ने अपने जन्मदिवस पर अपना तुलादान कराकर अध्यात्म में अपने आपको ऊपर उठाने के लिए श्रेष्ठ कार्य किया है ।
स्वामीजी ने बताया कि 27 मार्च को जगदगुरू शंकराचार्य भानपुरा पीठ स्वामी ज्ञानानंद जी तीर्थ का पावन सानिध्य हम सबको मिलेगा एवं आगामी 29,30 एवं 31 मार्च को गोवत्स पूज्य राधाकृष्ण जी महाराज के श्रीमुख से संगीतमय मायरे का आयोजन होगा
352 वें दिवस पर पूज्य देवानंद जी महाराज,पूज्य दादा जी महाराज का संत सानिध्य मिला
352 वें दिवस पर दुर्गावाहिनी की राष्ट्रीय सह संयोजिका पिंकी दीदी ,आगर किशनगढ़ से जीतू सेन,मेवाड़ से दिलीप सिंह, पिछोलिया,श्रीमती चन्दा देवी एवं राहुल पिछोलिया, गो रक्षा कमांडो फोर्स से प्रह्लाद राठौर चेचट,श्यामपुरा से गंगाराम जी व्यास सचिव विद्याभारती , सरपंच प्रतिनिधि दानू सिंह आदि अतिथि उपस्थित रहें।
352 वे दिवस पर चुनरी यात्रा दिल्ली,हरियाणा,राजस्थान एवं मध्यप्रदेश से
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 352 वें दिवस पर चुनरी यात्रा दिल्ली,हरियाणा के करनाल से आशा ललित जी की पौत्री नायरा के जन्मदिवस पर धेनु शक्ति संघ की बहिनों, राजस्थान के मेवाड़ से पिछोलिया परिवार,श्रीनाथ जी के दरबार गुंजोल(नाथद्वारा),अजमेर के किशनगढ़,झालावाड़ के गेलानी, , गरवाडा,मध्यप्रदेश के आगर के कसेरा परिवार, सुसनेर से सोनी समाज की महिला मंडल एवं सुसनेर तहसील के श्यामपुरा के सभी ग्राम वासियों आकोला की और से सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।