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May 16, 2025
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जिस प्रकार एक सेल्फी मुस्कराहट मांगती है उसी प्रकार तकदीर भी मुस्कराहट मांगती है, ज्यादा रूपया,ज्यादा सुविधाएं ,ज्यादा व्यवस्थाएं जीवन को सुख नहीं देती है,कमलेश भाई शास्त्री 

जिस प्रकार एक सेल्फी मुस्कराहट मांगती है उसी प्रकार तकदीर भी मुस्कराहट मांगती है, कमलेश भाई शास्त्री 

ज्यादा रूपया,ज्यादा सुविधाएं ,ज्यादा व्यवस्थाएं जीवन को सुख नहीं देती है,कमलेश भाई शास्त्री

सुसनेर। जनपद सुसनेर की ग्राम पंचायत सालरिया में नव निर्मित शनिदेव व नवग्रह मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में चल रही सप्त दिवसीय श्रीराम कथा के षष्ठम दिवस पर क्रांतिकारी कथा प्रवक्ता कमलेश भाई शास्त्री ने बताया कि एक बार एक भक्त ने पूछा कि भगवन् आप कहां रहते है तो भगवान नारद भक्ति सूत्र के माध्यम से बताते है कि न तो मैं बैकुंठ में रहता हूं न योगी के हृदय में न गिरी कंदराओं में लेकिन इस कलियुग में सब लोग मिलकर मेरी कथा सुनेंगे मेरा नाम लेकर जो आनंद में उतरेगा मैं उसे वही मिलूंगा अर्थात जीव होकर जीव की व्यथा सुने तो उससे परम तत्व मिलता है लेकिन वह दिखाई नहीं देता परंतु होता जरूर है, जैसे हवा दिखाई नहीं देती है लेकिन उसके बिना जी नहीं सकते उसी प्रकार भगवान दिखते नहीं लेकिन उसके बिना जी नहीं सकते किन्तु जिस प्रकार हवा के लिए किसी प्रेशर की आवश्यकता होती है उसी प्रकार परमात्मा होता तो है लेकिन उसका अनुभव करने के लिए किसी न किसी सत्संग अथवा कथा पांडाल में जाइए वे अवश्य मिलेंगे ।

शास्त्रीजी ने आगे बताया कि कितना भी बड़ा या छोटा इंसान हो उसे एक न एक दिन जाना ही है उसके बाद भी उसको कितना विश्वास एवं अहंकार होता है और यह मान बैठता है कि सब मरने वाले है बस मैं ही यहां रहने वाला हूं इसलिए प्रॉपर्टी धन दौलत के लिए अपने ही लोगों से झगड़ा करके कितना बड़ा खेला खेल लेता है,जबकि प्रॉपर्टी केवल एक कागज का टुकड़ा ही होता है और सिर्फ कागज़ में नाम बदलने से आदमी अपना अहंकार मजबूत कर लेता है कि मेरे पास कितना है,लेकिन वह कागज़ में ही है और वह साथ जाने वाला नहीं है चाहे कितने भी भ्रष्टाचार एवं अनाचार करके कितना भी कमा ले लेकिन अंतिम में सुख नहीं देगा । आप लोगों को दिखा दो कि मेरे पास यह हैं,वह है लेकिन अंत में साथ कुछ नहीं जाएगा क्योंकि इस संसार में दो प्रकार के इंसान होते है एक तन से सुन्दर और एक मन से सुन्दर,एक बड़े बड़े बंगले में रहने वाला ओर एक झोपड़ी में रहने वाला,एक बड़े लाव लस्कर के साथ ओर एक रोड पर लेकिन रोड पर रहने वाला ज्यादा दिल वाला हो सकता है परन्तु बड़े बड़े बंगले वाले के पास जगह तो खूब होती हैं लेकिन उसके दिल में जगह नहीं होती और उसके घर के बाहर भी लिखा होता है “,कुत्तों से सावधान!

शास्त्रीजी ने कहा कि जब एक सेल्फी मुस्कराहट मांगती है तब जाकर फोटो अच्छा आता है तो तकदीर भी मुस्कराहट मांगती है आप दुनिया में आए हो तो रोओ मत,हंसकर जीवों , हालात कैसे भी रहें ख्यालात मजबूत रहें,व्यवस्था मिले न मिले हमारी अवस्था मजबूत रहें,फैसले हमारे हक में हो या न हो हौसले हमारे हक में होने चाहिए इतना मजबूत इंसान होना चाहिए । एकदम परम संतुष्टि का भाव जिसके जीवन में है,ज्यादा रूपया,ज्यादा सुविधाएं ,ज्यादा व्यवस्थाएं जीवन को सुख नहीं देती है । अपमान समृद्धि के साथ आता है,मन अमीर हो या गरीब। अमीरी और गरीबी तुम्हारे अन्दर छिपी हुई है,कोई भी बड़ा आदमी तुमसे कहता नहीं कि तुम गरीब हो हम अपने आपको गरीब मान बैठते है ,इसलिए आदमी में मस्ती नहीं चाहिए जिसमें रात को मस्ती चढ़ जाएं और सवेरे उतर जाएं ।

शनिदेव मंदिर एवं नवग्रह मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में प्रातः 08 बजे से प्रातः 11 बजे तक प्रथम पारी एवं सायंकाल 4 बजे से 06 बजे तक द्वितीय पारी में 21 कुंडिय शिवशक्ति महायज्ञ में 78 से यजमान परिवारों द्वारा यज्ञाचार्य पंडित केदारदत्त व्यास हिम्मतगढ़ राजस्थान एवं उपाचार्य पण्डित मांगीलाल व्यास सरखेड़ी राजस्थान के सानिध्य में यज्ञ हुआ और भगवान शनिदेव एवं नवग्रह देवताओं का मृतिका स्नान व वस्त्रादिवाद एवं हवन आदि कार्यक्रम हुए ।

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