दो मासूम बालिका जिनकी उम्र पढ़ाई लिखाई की होती है वह मां नर्मदा नदी की पैदल परिक्रमा माता-पिता के साथ नर्मदा परिक्रमा पर निकलीं
रिपोर्टर,भागीरथ तिवारी
27 नवंबर को ओंकारेश्वर से मां नर्मदा परिक्रमा का आरंभ l
करेली-11 मार्च नर्मदा नदी के प्रति लोगों की श्रद्धा और आस्था अटूट है और इसके चलते नर्मदा परिक्रमा पर हर साल लाखों की संख्या में भक्त नर्मदा परिक्रमा करने आते हैं लेकिन इस बार उम्र दराज लोगों के साथ बच्चे भी यात्रा में शामिल हो रहे हैं। नर्मदा माता के प्रति आस्था व धार्मिक यात्रा का अनुभव लेने के लिए अब बच्चों की रुचि भी बढ़ गई है। इसके लिए आठ वर्षीय व ग्यारह वर्षीय बालिका भी अपने माता- पिता के साथ नर्मदा परिक्रमा पर निकल पड़ी है। इस मासूम आस्था का नाम है पवित्रा हैं,वह ओंकारेश्वर से नर्मदा परिक्रमा पर निकली है। फिलहाल वह नरसिंहपुर जिला मुख्यालय से 20 किमी दूर करेली पहुंच चुकी है। वह
महाराष्ट्र के जितुर गांव के परभनी जिले की रहनी वाली हैं।
पवित्रा अपने पिता आनंद शर्मा, माता व बहिन विधि शर्मा के साथ 27 नवंबर को ओंकारेश्वर से निकली थी। यह चार माह की परिक्रमा ओंकारेश्वर से शुरू हुई हैं जो वापस ओंकारेश्वर में समाप्त होगी। उनके पिता आनंद शर्मा मंत्रालय में सेकेट्री के पद पर रह चुके हैं। साथ ही सांसद के पीए भी रहे हैं। फिलहाल रिटायर्ड के बाद निजी मेडिसिन कंपनी में काम करते हैं। वह एक बार वाहन से परिक्रमा कर चुके हैं। उन्हीं को देखकर दोनों बालिकाओं ने पिता से इच्छा जताई कि हमने भी नर्मदा परिक्रमा करने का निश्चय किया इसलिये पिता ने बेटियों की इच्छा को पूर्ण करने के लिए दोनों बेटियों के साथ पैदल नर्मदा परिक्रमा करने निकल पड़े हैं। उनके पिताजी ने बताया पवित्रा कक्षा 8वीं व निधि कक्षा 11वीं में पढ़ाई कर रही हैं।
नहीं रुकते बालिकाओं के कदम
नर्मदा परिक्रमा का जोश इस नन्हीं परी पर साफ नजर आता है।परिक्रमा पर निकला दल चलते-चलते थक जाता है लेकिन आठ वर्षीय यह मासूम रुकना ही नहीं चाहती। बच्ची की नर्मदा नदी के प्रति अटूट आस्था के चलते साथ चलने वाले दल के सदस्यों को भी ऊर्जा मिलती रहती है। पवित्रा ने बताया उसके लिए यह यात्रा सुखद है। इसमें उसे मजा आ रहा है। इसके लिए उसका उत्साह लगातार बढ़ रहा है।