मध्य प्रदेश के मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने किया नरसिंहपुर में प्रधानमंत्री,कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस का शुभारंभ
सफलता के लिए लक्ष्य निर्धारित कर उसे पाने तक अडिग रहें- प्रहलाद सिंह पटेल
प्रदेश के समस्त 55 जिलों में प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस का शुभारंभ केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में इंदौर में किया गया। इसी कड़ी में जिले के स्वामी विवेकानंद शासकीय पीजी कॉलेज नरसिंहपुर को प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस की श्रेणी में अपग्रेड कर चयनित किया गया है। प्रदेश मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल की अध्यक्षता और तेंदूखेड़ा विधायक विश्वनाथ सिंह पटेल, पूर्व राज्यमंत्री जालम सिंह पटेल की उपस्थिति में प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस का फीता काटकर शुभारंभ किया गया। अतिथियों द्वारा कार्यक्रम में भारतीय ज्ञान परम्परा प्रकोष्ठ, विवेकानंद उद्यान में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण, पौधरोपण, विद्यार्थी सहायता केन्द्र, विद्या वन में पौधरोपण, अवलोकन एवं विद्यार्थी बस सेवा का उदघाटन किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल पटेल ने कहा कि उन्होंने एक्सीलेंस शब्द पहली बार तब सुना जब जबलपुर साइंस कॉलेज को एक्सीलेंस कॉलेज का दर्जा मिला था। आजादी के बाद उच्च शिक्षा में सुधार व परिवर्तन करने के लिए अनेक समितियों का गठन किया गया था। इन समितियों ने अपनी- अपनी रिपोर्ट में अलग- अलग सुझाव प्रस्तुत किये थे। कुछ लोगों का मानना था कि पुरानी शिक्षा प्रणाली में व्यक्तित्व विकास के लिए व्यवस्था नहीं है। कुछ ने माना कि शारीरिक क्षमता व चारित्रिक विकास पर ध्यान दिया जाना चाहिये। प्राथमिक स्तर पर बच्चों को संस्कार व शिक्षा देकर उनके भविष्य को बेहतर बनाने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा नई शिक्षा नीति लागू की गई, जिसमें उक्त बातों का विशेष ध्यान रखा गया। मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने बताया कि जब वे केन्द्र सरकार में संस्कृति विभाग के मंत्री थे, तब इस समिति के सदस्य के रूप में शामिल थे।
प्रदेश के मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि वर्तमान में नई शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों को यह समझने की आवश्यकता है कि परीक्षा का तात्पर्य केवल पास होना ही नहीं, बल्कि अपने हुनर एवं क्षमता को बेहतर कर उसमें पारंगत होना है। हमारे व्यक्तित्व में बहुत सारी बातें हमारे विवेक पर निर्भर करती हैं। वर्तमान नीति के अनुसार अब विद्यार्थियों को हर प्रकार की शिक्षा मिलेगी। विद्यार्थी पढ़ाई के साथ- साथ खेल के माध्यम से भी अपना मुकाम हासिल कर सकते हैं। ज्ञान परंपरा में अर्थ का कोई स्थान नहीं, बल्कि क्षमता व योग्यता का स्थान है। उन्होंने अपने छात्र जीवन की चर्चा करते हुए बताया कि स्नातक के तौर पर उन्होंने बीएससी की। उनके मित्र ने पीएससी की तैयार कर प्रशासनिक सेवा में जाने का निर्णय लिया। छात्र जीवन वह समय रहता है, जब हम अपना लक्ष्य निर्धारित करते हैं। लक्ष्य को परिश्रम के साथ पाने के लिए प्रयास करते हैं, किंतु कई बार ऐसे भी अवसर आते हैं, जब मन में भटकाव होता है और हम अपने लक्ष्य को भूल जाते हैं। मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि एक बार लक्ष्य निर्धारित कर उसे पाने के लिए अडिग रहें। लक्ष्य मिलने में समय लग सकता है, लेकिन सफलता निश्चित तौर पर प्राप्त होती है। उन्होंने बताया कि संकल्प में कोई विकल्प नहीं होना चाहिए।
उन्होंने अपने प्रेरणादायी संबोधन में कहा कि यदि हम संसाधन से परिपूर्ण हैं, तो हमें योग्य व्यक्ति को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना होगा। क्योंकि उस व्यक्ति में ऐसे हुनर होते हैं, जिन्हें वह अपनी परिस्थितियों के कारण आगे नहीं ला पाता है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आपका भविष्य चुनौतीपूर्ण है। हम भौतिक संसाधनों का उपयोग कर रहे हैं, जिससे जीवन में काफी परिवर्तन आये हैं। हमें अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रकृति के साथ अनुकूल जीवन जीने की आदत डालनी होगी। पर्यावरणीय चुनौतियों को सुधारना होगा। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पौधों को वृक्ष होने तक उनकी देखभाल एवं सुरक्षा की जिम्मेदारी लेनी होगी।
तेंदूखेड़ा विधायक विश्वनाथ सिंह पटैल ने भी इस अवसर पर नई शिक्षा नीति से हुए बदलाव की भी चर्चा की। उन्होंने सीएम राईज स्कूल, पीएम श्री स्कूल एवं पीएम एक्सीलेंस कॉलेज के बारे में भी बताया।
इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले ने भी अपने विचार व्यक्त किये और विद्यार्थियों को शिक्षा में बहूआयामी पहलुओं को शामिल कर व्यक्तित्व निर्माण पर जोर देने के लिए कहा। शिक्षा के मूल्यों को आत्मसात कर बेहतर समाज एवं बेहतर नागरिक बन देश के भविष्य में सहयोग करें। इंदौर के अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय के प्रसारण को भी देखा व सुना गया।
कार्यक्रम के पूर्व में महाविद्यालय परिसर स्थित भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ पहुंचकर यहां उपलब्ध भारतीय विचारकों की किताबों का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि यहां पं. दीनदयाल उपाध्याय, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, स्वामी विवेकानंद सहित अन्य भारतीय विचारकों द्वारा लिखित किताबें भी विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हो। विद्यावन में पौधरोपण के दौरान कहा कि यहां विद्यार्थी पौधे से वृक्ष बनने तक की प्रक्रिया में अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए उनकी सुरक्षा करें। प्राचार्य डॉ. आरपी सिंह द्वारा प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के अवधारणा को विस्तार से बताया। मध्यप्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी द्वारा प्रकाशित पुस्तक की बुक स्टॉल से विद्यार्थियों को पुस्तकों के प्रिंट रेट पर आकर्षक छूट सहित क्रय हेतु उपलब्ध रहेंगी। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती का पूजन- अर्चन उपरांत सामूहिक राष्ट्रगान के साथ किया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र रोहित सिंह द्वारा गोंडी गीत प्रस्तुत किया गया। इसके अलावा उनके द्वारा बताया गया कि पिछले वर्ष रानी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय इंदौर में राष्ट्रीय एकता जनजातीय शिविर में उन्होंने मध्यप्रदेश राज्य की ओर से जनजातीय गोंडी नृत्य की प्रस्तुति की थी, जिसमें प्रदेश को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था। फुटबॉल खिलाड़ी छात्रा साक्षी लोधी एवं छात्रा ललिता दुबे ने भी अपने- अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन स्पोर्ट्स ऑफिसर्स श्री अर्पित सक्सेना एवं सहायक प्राध्यापक डॉ. प्रभाति सेन और आभार डॉ. सतीश दुबे ने किया।
इनकी रही उपस्थिति
डीएफओ श्री लवित भारती, जिला पंचायत सीईओ दलीप कुमार, नगर पालिका अध्यक्ष नीरज दुबे, महंत प्रीतमपुरी गोस्वामी, डॉ. अनंत दुबे, मनोहर लाल साहू, बंटी सलूजा, विनित नेमा, पार्षदगण, अन्य जनप्रतिनिधि, डॉ. सीएस राजहंस, डॉ. गणेश प्रसाद सोनी, डॉ. स्वाति चांदोरकर, भरत ठाकुर, कॉलेज का स्टाफ और बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद थे।