पुस्तक, स्टेशनरी एवं यूनिफार्म विक्रेताओं की बैठक संपन्न
पुरानी किताबों का बुक बैंक भी बनायें और डोनेट करायें – कलेक्टर श्री सक्सेना
सभी बच्चों को आवश्यक किताब उपलब्ध होंगी – कलेक्टर श्री सक्सेना
कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में आज कलेक्टर सभागार में पुस्तक, स्टेशनरी एवं यूनिफार्म विक्रेताओं की बैठक आयोजित की गई। जिसमें कहा गया कि 25 मार्च से 5 अप्रैल तक शहीद स्मारक प्रांगण में विद्यार्थियों के लिए सुलभ व सस्ती दर पर शैक्षणिक सामग्री व यूनिफार्म उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला स्तरीय पुस्तक एवं गणवेश मेला आयोजित किया जा रहा है। जिले में लगभग 4 लाख से ज्यादा बच्चे ऐसे हैं जो शैक्षणिक सामग्री व यूनिफार्म का क्रय कर सकते हैं। इस हिसाब से इस पुस्तक मेला में लगभग 3 सौ करोड़ का व्यापार हो सकता है। उन्होंने पुस्तक, स्टेशनरी एवं यूनिफार्म विक्रेताओं से कहा कि किताब व शैक्षणिक सामग्रियों में जो डिस्काउंट देते हैं वह सीधा अभिभावकों को मिले। इसमें कीमतों को लेकर पारदर्शिता रखें। विक्रेता अपने-अपने शैक्षणिक सामग्री व यूनिफार्म का प्रदर्शन करें ताकि अगले शैक्षणिक सत्र में विद्यार्थी व अभिभावकों को शैक्षणिक सामग्री खरीदनें में सुगमता हो। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि 31 जनवरी तक सभी विद्यालय पुस्तकों की सूची एनआईसी की बेवसाईट पर अपलोड कराई है, वे पुस्तकें मेला में सुनिश्चित हों। यदि सूची अनुसार पुस्तकों की कमी है तो वे पुस्तकें कहां मिलेंगी, इसकी जानकारी भी दी जाये। ताकि हर बच्चे को किताब सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जा सके। सभी बच्चों को आवश्यक किताब उपलब्ध हो, ऐसा नहीं होगा कि किसी बच्चे को किताब न मिले। इसके लिये उन्होंने कहा कि पुरानी किताबों का बुक बैंक भी बनायें और डोनेट करायें। विक्रेताओं ने बताया कि स्टेशनरी को लेकर किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है, सिर्फ उन्हें मेले में शैक्षणिक सामग्री व यूनिफार्म की सुरक्षा के साथ महिला पुरूषों के लिये अलग-अलग अस्थाई शौचालय की व्यवस्था की जाये। कलेक्टर ने कहा कि कीमतों को लेकर पारदर्शिता रखें ताकि बच्चों व अभिभावकों को सहजता से किफायती दर पर शैक्षणिक सामग्री मिल सके। उन्होंने जोर देते हुये कहा कि किसी भी स्थिति में किसी एक दुकानदार की मोनोपोली नहीं चलने दी जायेगी, अत: विक्रेता कुछ ऐसा न करें जिससे उनकों परेशानी हो। इस बार पुस्तक मेला को अच्छी व्यवस्थाओं के साथ आकर्षक बनाया जायेगा। मेला को मेले के स्वरूप देने के लिये सांस्कृतिक गतिविधियां भी आयोजित की जायेंगी। कलेक्टर श्री सक्सेना ने कहा कि भविष्य में पुस्तक मेला बिजनेस का एक मॉडल बनेगा। अत: सभी लोग इसमें अपनी बेहतर सहभागिता करें। मेला के संचालन के लिये उन्होंने मेला संचालन समिति की गठन भी किया। जो जिला शिक्षा अधिकारी के साथ बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करायेंगे। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि पुस्तक मेला में शैक्षणिक सामग्री व यूनिफार्म विक्रेताओं के लिए आवश्यक सुविधा सुनिश्चित करायें। बैठक के दौरान अपर कलेक्टर सुश्री मिशा सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी श्री घनश्याम सोनी सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।