क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बेटी के होली खेलने पर मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी द्वारा धमकाने पर मंत्री विश्वास कैलाश सारंग का बयान
कट्टरपंथी और चरमपंथी अब अपनी सीमाएं लग रहे हैं इस देश में अब धमकी वाली राजनीति नहीं चलेगी,मोहम्मद शहाबुद्दीन रिजवी का बयान आपत्तिजनक है।इस तरह के धमकी भरे बयान को इस देश में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।मैंने आज मोहम्मद शमी को पत्र लिखकर कहा है कि किसी से डरने की जरूरत नहीं है।यदि मोहम्मद शामिल इस देश का मानव सम्मान बढ़ाते हैं और उनकी बेटी यदि होली खेल लेती है तो कट्टरपंथियों के पेट में दर्द हो जाता है।मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने जिस प्रकार का बयान दिया है। मौलाना शहाबुद्दीन रिज़वी ने इससे पहले हमारे भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी को भी रोज में क्रिकेट खेलते हुए पानी पीने पर धमकाया था।आश्चर्य होता है कि कट्टरपंत कहां तक जाएगा,होली का त्योहार इस देश की संस्कृति से जुड़ा हुआ है।कोई भी व्यक्ति किसी की अभिव्यक्ति की आजादी पर रोक नहीं लगा सकता।कुरान और सभी वेदों में लिखा है की सबसे पहले मातृभूमि व मात्रवतन है।मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी का इस तरह से धमकाना गलत और दुर्भाग्यपूर्ण भी है ।मोहम्मद शमी और उनकी बेटी को ऐसे कट्टरपंथियों से डरने की जरूरत नहीं,सरकार की तरफ से उन्हें पूरा संरक्षण दिया जाएगा। देश में इस तरह का कट्टरपंत बनाना ठीक नहीं होगा छोटी सी बच्ची को धमकाया जा रहा है, कहां गई वह प्रियंका गांधी जो कहती थी लड़की को लड़ सकती हूं कहां है कांग्रेस और विपक्ष के वह नेता जो लगातार बेटियों के संरक्षण की बात तो कहते हैं, लेकिन आज सब चुप है ।राहुल प्रियंका सोनिया गांधी और विपक्ष के नेताओं कब तक तुष्टिकरण की राजनीति से डरेंगे ।एक सुपरस्टार की बेटी को यदि धमकी दी जा रही है इसका मतलब पूरे भारत की बेटियों को धमकी दी जा रही है।आज कांग्रेस के नेताओं को आगे आकर ऐसे कटर पंक्तियों का जवाब देना चाहिए।आज यह सिद्ध हुआ है कि कांग्रेस और विपक्ष के नेता तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं । मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी इस देश की सामाजिक और धार्मिक सौहाद्र को बिगड़ने की कोशिश ना करें।