नरसिंहपुर । कमिश्नर जबलपुर बी. चंद्रशेखर ने जिला चिकित्सालय नरसिंहपुर का औचक निरीक्षण गुरूवार को किया। उन्होंने जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं, बच्चों के वार्डों में उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं, लोगों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं आदि का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिये।
कमिश्नर ने ओपीडी, एएनसी वार्ड, एकीकृत शिशु चिकित्सा इकाई, शिशु वार्ड, बाल्य गहन चिकित्सा इकाई, नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई, पोषण पुनर्वास केन्द्र- एनआरसी, स्टोर कक्ष और विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया। उन्होंने विभिन्न वार्डों में उपलब्ध बेड, बच्चों के लिए उपलब्ध बेड, आईसीयू व ऑक्सीन बेड, वेंटीलेटर व आवश्यक दवाईयों की उपलब्धता की जानकारी ली।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री वेद प्रकाश, पुलिस अधीक्षक श्री विपुल श्रीवास्तव, सीईओ जिला पंचायत डॉ. सौरभ संजय सोनवणे, अपर कलेक्टर श्री मनोज ठाकुर, एसडीएम श्री राधेश्याम बघेल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुकेश जैन, सिविल सर्जन डॉ. अनीता अग्रवाल, अन्य चिकित्सक व अधिकारी और पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद था।
जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने ओपीडी और विभिन्न वार्डों में भर्ती मरीजों व परिजनों से आमने- सामने चर्चा की। ओपीडी में बच्चे के साथ बैठी महिला से कमिश्नर ने नया सबेरा/ संबल योजना का लाभ मिलने के बारे में जानकारी ली। उन्होंने जिला चिकित्सालय में साफ- सफाई की व्यवस्था पर अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि टायलेट समेत पूरे अस्पताल में लगातार साफ- सफाई होते रहना चाहिये। इसकी सतत मॉनीटरिंग की जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि समुचित साफ- सफाई नहीं रहने पर साफ- सफाई करने वाली एजेंसी पर पैनाल्टी लगाई जाये।
शिशु वार्ड/ बाल्य गहन चिकित्सा इकाई/ नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई के निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने सामान्य व ऑक्सीजनयुक्त बेड, आईसीयू, वेंटीलेटर की उपलब्धता और विभिन्न आवश्यकताओं के बारे में पूछताछ की। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सभी चिकित्सा व्यवस्थायें पुख्ता रहना चाहिये। बच्चों से जुड़ी चिकित्सा सुविधाओं में कोई कमी नहीं रहना चाहिये। यह ध्यान रखें कि सभी व्यवस्थायें बेहतर रहें। व्यवस्थाओं में गुणवत्ता से समझौता नहीं होना चाहिये। उन्होंने एडल्ट आईसीयू बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने डायरिया एवं निमोनिया वाले बच्चों, वार्ड में भर्ती बच्चों, दवाईयों की उलब्धता आदि के बारे में जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिये।
पोषण पुनर्वास केन्द्र- एनआरसी के निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने बेड आक्युपेंसी की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि एनआरसी का अधिकाधिक लाभ बच्चों को दिलाना सुनिश्चित किया जावे। उन्होंने वार्ड में भर्ती बच्चों के स्वास्थ्य जानकारी ली। उन्होंने बच्चों की मां से पोषण आहार देने, बच्चों को टीके लगने आदि के बारे में पूछा और केस रिकार्ड देखा। उन्होंने बच्चों के वार्ड को पूरी तरह तैयार रखने के लिए समय सीमा में शेष कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिये।