संदीप राजपूत,नरसिंहपुर
एक प्रणाम बदल देता है परिणाम,धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
एक चौपाई पर पांच दिवस तक चली श्री हनुमंत कथा
नरसिंहपुर। जिले में इतिहास रचने वाली पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज के मुखारविंद से प्रवाहित श्री हनुमंत कथा मैं लोगों की आस्था का जन सैलाब पागलों की भांति दिखाई दिया। बूढ़े बच्चे जवान 5 दिन तक भूख प्यास, दिन-रात सोने तथा जागने को भुलाकर महाराज जी की एक झलक पाने के लिए इस कदर आतुर दिखाई दिए मानो साक्षात्कार स्वयं किसी परमेश्वर के दूत से हो रहा हो। महाराज जी के पहुंचने की सूचना मिलते ही जन सैलाब उमड़ पढ़ता था 24 घंटे आस्था के सैलाब में प्रत्येक नागरिक डूबा हुआ था हर संभव प्रयास किए जा रहे थे की महाराज जी की एक झलक देखने मिल जाए जिस प्रकार से आयोजनकर्ता अजय लोधी, सागर लोधी, शरद लोधी तथा पिंकू दुबे के द्वारा इतने भव्य और दिव्य आयोजन की तैयारी की गई, जो संभावना आयोजन के पूर्व जतलाई गई उससे कहीं अधिक जन सैलाब कथा स्थल पर देखने मिला महाराज जी की कथा उनका स्वभाव भक्तों के प्रति अगाध प्रेम के कारण यह जन सैलाब देखने मिला।
एक चौपाई पर चली 5 दिन तक कथा
“चारों युग प्रताप तुम्हारा, है पर सिद्ध जगत उजियारा” श्री हनुमंत कथा में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज के द्वारा हनुमान जी की भगवान श्री राम के प्रति सेवा भाव निस्वार्थ भक्ति का वर्णन किया गया। जिस प्रकार से हनुमान जी अपार शक्ति के मालिक होते हुए नाम मात्र किसी भी प्रकार के बिकार में नहीं आए अजर अमर हनुमान जी महाराज का वर्णन सतयुग त्रेता द्वापर तथा कलयुग मैं मिलता है चारों युगों में अपनी अहम भूमिका निभाने के बावजूद आज भी हम सभी के बीच श्री राम भक्तों के लिए मौजूद हैं महाराज जी के द्वारा इस एक चौपाई पर पांच दिवस कथा सुनाई गई। नम्रता का भाव हमें ऊंचाई पर ले जाता है एक प्रणाम जीवन का परिणाम बदल देता है नम्रता विनम्रता हमें अनेकों मार्ग प्रदान करते हैं भगवान की भक्ति में बहुत अधिक शक्ति होती है आज हम सब यहां भक्ति के कारण ही भगवत कथा सुनने एकत्र हुए हैं।
जन-जन को कथा स्थल से महाराज जी ने दिया शुभाशीष
सहज सरल हनुमान जी के परम भक्त विश्व विख्यात कथा वाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज के द्वारा कथा के अंतिम दिवस में कथा श्रवण करने पहुंचे सभी भक्तों को सभी सेवादारों, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य कर्मी, क्षेत्र वासियों एवं समस्त जिले वासियों के कष्ट निवारण एवं जीवन में सुख शांति की कामना करते हुए सभी को शुभाशीष दिया। जिस प्रकार से जिले वासियों के द्वारा महाराज जी को भाव विभोर करने वाला प्रेम दिया है उसे महाराज जी यादें लेकर बड़े प्रसन्न होकर जिले से बागेश्वर धाम को रवाना हुए।
हर एक व्यक्ति के दिल में अपना स्थान बना गए महाराज
दीवानगी और पागलपन में विशेष अंतर नहीं होता यही स्थिति विगत पांच दिनों नगर तथा क्षेत्र वासियों की देखने मिली हर एक व्यक्ति महाराज जी की एक झलक देखने के लिए आतुर दिखाई दिया हर व्यक्ति के द्वारा हर स्थान पर एक ही चर्चा का विषय देखने तथा सुनने मिला ऐसा आयोजन जीवन में बड़े भाग्य से देखने सुनने मिलता है। यह आयोजन जन-जन का आयोजन बन गया था आयोजन करता बेबस-बस लाचार दिखाई दे रहे थे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर अब क्या किया जा सकता है लेकिन जहां परमात्मा की कथा चल रही हो और जैसा की चारों युगों में श्री हनुमान जी की उपस्थिति का वर्णन कथा में किया गया हो उस स्थान पर किसी भी तरह का संकट उत्पन्न हो ऐसा संभव ही नहीं है। लाखों लोगों ने नवल गांव पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई इतनी बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने के बावजूद कोई अप्रिय घटना देखने नहीं मिली पर्याप्त व्यवस्थाओं के चलते उचित बैठने की व्यवस्था, अन्नपूर्णा में भोजन तथा पीने के पानी की पर्याप्त उत्तम व्यवस्था रही आवागमन पार्किंग व्यवस्था जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन की अथक मेहनत के द्वारा कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न हुआ आयोजक अजय लोधी के द्वारा सभी भक्तों तथा सभी सहयोगियों का हृदय से आभार व्यक्त किया गया।
श्री हनुमंत कथा मैं लाखों की संख्या में पूरे देश से भक्त पहुंचे कथा श्रवण करने
छै दिन तक चली श्री हनुमंत कथा मैं लाखों की संख्या में पूरे देश से भक्त कथा श्रवण करने पहुंचे कथा के दूसरे दिन स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने कथा का श्रवण किया जिले के सभी नेता धार्मिक गुरु सामाजिक लोगों का लगातार आना जाना रहा कथा की अंतिम दिवस में प्रदेश सरकार में पंचायत मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल तथा पूर्व विधायक मंत्री जालम सिंह पटेल मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने कथा का श्रवण पान किया। जिस प्रकार से ऐतिहासिक कथा का आयोजन हुआ और जो प्रेम स्नेह नरसिंहपुर जिले वासियों के द्वारा पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को दिया । कथा समाप्ति पर विदा लेते हुए महाराज श्री भाव विभोर होकर नरसिंहपुर से रवाना हुए।