रिपोर्टर पन्ना से कविता पांडे
कैजुअल्टी के नाम पर आए पौधे सूख गए लेकिन लग नहीं,पन्ना जिले के रैपुरा वन परिक्षेत्र का मामला
एक ओर वृक्षारोपण के लिए मध्य प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास कर रही है लेकिन पौधा रोपण में एवं वृक्षों की सुरक्षा करने में जिनकी अहम भूमिका है वही किस तरह लापरवाह है जिसका उदाहरण हम आपको बता रहे हैं कि शासन की राशि किस तरह बर्बाद करते हैं हम बात कर रहे हैं वन परिक्षेत्र रेपुरा अंतर्गत आने वाली घुटेही सर्कल के बीट चमरईया की जहां पर पदस्थ वन सुरक्षाकर्मी के द्वारा किस तरह प्लांटेशन में पौधारोपण करने के लिए बीच एवं पौधे शासन द्वारा भेजे जाते हैं जिसका किस तरह दुरुपयोग किया गया कि देखने लायक है और कागज में खाना पूर्ति कर फर्जी कोरम पूरा किया गया है चमरईया बीट कि यदि उच्च स्तरीय प्लांटेशन में वृक्षारोपण की जांच कराई जाए तो सारी स्थितियां सामने आ जाएंगे और बड़ा भ्रष्टाचार का खुलासा होगा ऐसे ही भ्रष्ट एवं लापरवाह कर्मचारियों ही कर्तव्य निष्ट ईमानदार एवं साफ छवि वाले वन परिक्षेत्र अधिकारियों की सांख्य पर बट्टा लगाते हैं इस संबंध में जब वन सुरक्षाकर्मी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जो पौधे प्लांटेशन के अंदर अभी भी सूखे हुए एकत्रित रखे हैं वह कैजुअल्टी के पौधे हैं आखिर अब प्रश्न यहीं उठना है कि आखिर बरसात समाप्त हो गई और पौधे जो लगने के इंतजार में सूख गए आखिर कब पौधों का होगा कैजुअल्टी के तहत पौधारोपण यह एक जांच का विषय है ।