गाडरवारा के वरिष्ठ विद्वत विप्रजनो ने बताए दीपावली पर लक्ष्मी पूजन एवं एवं गोवर्धन पूजन के शुभ मुहूर्त
गाडरवारा । स्थानीय खकरिया वाले दादा जी के मंदिर प्रांगण में मुहूर्त निर्णय गोष्ठी संपन्न हुई जिसमें नगर व क्षेत्र के वरिष्ठ विद्वत विप्रजन उपस्थित हुए एवं मां दुर्गा, भगवान परशुराम व पंचांग पूजन कर सनातन धर्म के विशेष पर्व दीपावली के तिथि भ्रम पर चिंतन कर निर्णय लिया गया कि लोक विजय पंचांग के अनुसार कार्तिक,कृष्ण रात्रि कालीन अमावस्या 31 अक्टूबर दिन गुरुवार को है । दीपावली का पावन पर्व माता लक्ष्मी व कुबेर पूजन सायं 5 बजकर 38 मिनिट से रात्रि 8 बजकर 38 मिनिट तक अमृत और चर की चौघड़िया तथा वृष (स्थिर) लग्न में शुभ मुहूर्त में की जानी ही शास्त्रोचित है।
गोवर्धन पूजन (अन्नकूट) – कार्तिक, शुक्ल,प्रतिपदा दिनांक 2 नवंबर दिन शनिवार को प्रातः7 बजकर 30 मिनट से 9:00 बजे तक शुभ मुहूर्त में तथा दोपहर 12:00 बजे से 4:30 बजे तक क्रमशःचर लाभ अमृत की चौघड़िया में पूजन करना उत्तम रहेगा।
भ्रातृ द्वितीया एवं प्रतिष्ठान प्रारंभ – कार्तिक शुक्ल द्वितीया दिनांक 3 नवंबर दिन रविवार को प्रातः 7 बजकर 27 से 9 बजकर 44 तक वृश्चिक स्थिर लग्न में तथा प्रातः8 बजकर 17 मिनट से 12बजकर 47 मिनिट तक क्रमशः चर ,लाभ, अमृत की चौघड़िया में पूजन करना व व्यापार प्रारंभ करना उत्तम व लाभप्रद रहेगा।
काशी से प्रसारित पंचांग तथा जबलपुर लोक विजय पंचांग श्री जगन्नाथ झा जी के द्वारा प्रसारित प्राचीन परंपरा प्राप्त पंचांग से निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया। जिसमें पूजन करना लाभप्रद सुखप्रद रहेगा सभा में नगर के विद्वत वरिष्ठ पं. अखिलेश द्विवेदी जी, पं. सत्येंद्र द्विवेदी जी ,पं. बालराम जी शास्त्री, पं.विश्वनाथ जी दुबे ,पं.उमेश जी द्विवेदी,पं.सत्यनारायण जी शर्मा,पं.मनमोहन जी दुबे,पं. प्रदीप जी दूरबार,पं.चंद्रकांत जी शुक्ला ,पं.केशव जी पचौरी, पं.प्रवीण जी व्यास पं.प्रियांशु जी दुबे ,जगदीश जी आचार्य ,भगवत दत्त जी शर्मा ,राजीव जी कटारे एवं आयुष जी शर्मा की उपस्थिति रही और विद्वत सभा संपन्न होने पर पं. आदित्य पाराशर ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए पुनः भ्रम की स्थिति बनने पर सभी को पुनः एकत्रित होने हेतु निवेदन किया।