आतंकवाद का भी धर्म होता है यह पहलगाम घटना ने बता दिया है- कमलेश भाई शास्त्री, श्रीराम कथा प्रवक्ता वागड़
सुसनेर। जनपद सुसनेर की ग्राम पंचायत सालरिया में नव निर्मित शनिदेव व नवग्रह मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में चल रही सप्त दिवसीय श्रीराम कथा के तृतीय दिवस पर क्रांतिकारी कथा प्रवक्ता कमलेश भाई शास्त्री ने बताया कि वर्तमान समाज को ज्ञान से ज्यादा प्रेम की जरूरत है क्योंकि ज्ञानी को थोड़ा अहंकार हो सकता है लेकिन प्रेमी को कभी अहंकार नहीं होता और रामचरित मानस के माध्यम से तुलसी बाबा ने भी राम जी से पूछा है कि है!प्रभु आपको कौन प्यारा है,आपको,ज्ञानी,जप,तप करने वाला,भूखा रहने वाला या रोज मंदिर जाने वाला प्रिय है तो इस पर तुलसी बाबा ने “राम ही केवल प्रेम पियारा… चौपाई के माध्यम से बताया है कि जिस प्रकार एक परिवार में माता-पिता,पति- पत्नी, भाई -बहिन में एक दूसरे में प्रेम होता है उसी प्रकार भगवान को भी अपने भक्त से केवल प्रेम चाहिए क्योंकि जिसे हम जान रहें है,जिससे हमारा गहरा सम्बन्ध है,उसी से तो प्रेम होगा और इस कलियुग में तो भगवान को केवल प्रेम चाहिए बाकि उन्हें कुछ नहीं चाहिए लेकिन हम भगवान से प्रेम करने के बजाय केवल भिखारी की तरह कुछ न कुछ मांगते रहते है जबकि परमात्मा को सब पता है कि आपको क्या चाहिए और उनको आपने प्रेम किया तो वह आपको सबकुछ दे सकते है इसलिए हमें भगवान से किसी न किसी प्रकार का सम्बन्ध तो बनाना ही होगा चाहे वह प्रेम का सम्बन्ध हो या वैर का क्योंकि रावण ने भगवान से वैर का सम्बन्ध बनाया था फिर भी राम ने रावण को तार दिया ,इसलिए जो भगवान से प्रेम करेगा वह दुनियां में किसी से नफ़रत नहीं करेगा और जिसके भीतर न द्वेष है न कांक्षा है और वह मीरा की तरह प्रभु से केवल प्रेम का सम्बन्ध बना ले और कबीर साहब ने भी ढाई अक्षर प्रेम की महिमा के माध्यम से प्रेम का संदेश समाज को दिया है ।
शास्त्री जी ने आगे बताया कि वर्ण एवं जाति में बांटने का मेरा स्वभाव नहीं है बल्कि सभी को जोड़ने का मेरा स्वभाव है क्योंकि मेरा मिशन है भारत को जोड़ना न कि वर्णवाद एवं जातिवाद और देश का मुसलमान भी मेरा है क्योंकि वह मेरे देश का हिस्सा है,लेकिन अगर टारगेट करके किसी धर्म की पहचान बताकर उसे मारा जाएगा तो वहां चुप नहीं रह सकते। हमारा उद्वेश्य भारत के मुसलमान को नुकसान पहुंचाना कतई नहीं है,लेकिन भारत का मुसलमान इतना सचेत रहें कि बाहर से अथवा पड़ोसी मुल्क से आकर भारत में आतंक पैदा करने वाले गद्दारों से यारी न करें यानि जो देश गद्दारी करें उसके साथ मेरे देश का मुसलमान खड़ा न रहें । पूर्व में अनेक टीवी डीवेट में बोला जाता था कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता लेकिन पहलगाम की घटना ने आतंकवादियों का धर्म बता दिया अर्थात जो जो हिंदुओं का धर्म पूछकर मारे वह आतंकवादियों का धर्म है और मैं सभी देश वासियों से आग्रह करता हूं कि मेरे देश में आतंक रूपी जो धर्म पल रहा है उस अधर्म का नाश हमें करना चाहिए साथ ही भारत सरकार को भी सचेत करना चाहता हूं कि आप भी एक सो चालीस करोड़ जनता की भावना के साथ खिलवाड़ करने वाले उपद्रवियों एवं उनके आकाओं पर त्वरित कार्यवाही कर ऐसा सबक सिखाएं कि उनकी सात सात पीढ़ियां याद रखे क्योंकि लातों के भूत बातों से नहीं भागते और जहां प्रेम नहीं होता वहां इस प्रकार की घटना होती है और मेरे देश के मुसलमान भी देश के साथ गद्दारी करने वाले बेइमानो को देश से खदेड़ दे अथवा उनका बायकॉट कर अपने आपको अब्दुल कलाम जैसा राष्ट्र प्रेमी बनकर देश से प्रेम करेंगे तो तुम्हे पूरा देश सलाम करेगा क्योंकि इस देश में रहने वाला हर व्यक्ति हमारे परिवार का हिस्सा है हम यह नहीं कहेंगे कि तुम राम को नहीं मानोगे तो काफिर हो जाओगे, राम को न मानना अपराध नहीं है ,लेकिन राम को मानने वालों को गोलियों से छलनी कर देना यह बहुत बड़ा अपराध है और इस पाप एवं अपराध का उन्हें परिणाम भुगतना ही होगा।
शनिदेव मंदिर एवं नवग्रह मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में प्रातः 08 बजे से प्रातः 11 बजे तक प्रथम पारी एवं सायंकाल 4 बजे से 06 बजे तक द्वितीय पारी में 21 कुंडिय शिव शक्ति महायज्ञ में यज्ञाचार्य पंडित केदारदत्त व्यास हिम्मतगढ़ राजस्थान एवं उपाचार्य पण्डित मांगीलाल व्यास सरखेड़ी राजस्थान के सानिध्य में हुआ और मूर्ति संस्कार ,अभिषेक एवं हवन आदि कार्यक्रम हुए।
