रिपोर्टर भागीरथ तिवारी
करेली शहर के आमजन श्री हरई माता दरबार की सत्य जानकारी हेतु यह समाचार अवश्य पढे
जो फोटो नीचे विगत 5 से 6 वर्षों की दी गई है वो 25,000/- GST बिल की व्यवस्था है ये ऐसी व्यवस्था सम्पूर्ण अब करेली सनातन मंदिर समिति के प्रभारी पदेन तहसीलदार साहब को देना होगी l
करेली 6 अप्रैल हरई माता दरबार मे सनातन मंदिर समिति या किसी भी बाहरी द्वारा अनिमिताए नही होने देगे सभी खर्चा का हिसाब पिछले 10 वर्षों का लेखा जोख सी ए के माध्यम से होने पर अड्डीट के माध्यम से क्यों नहीं देते जबकि आप शासकीय पदेन आयुक्त है l
करेली सनातन मंदिर समिति प्रभारी पदेन तहसीलदार निर्मल पटले जी श्री हरई माता दरबार मे पूर्व बैठको मे जो नवरात्रि पर्व पर 25,000/- की राशि सनातन मंदिर समिति प्रभारी द्वारा आवंटित की गई है.उसके साथ साथ जो सामाजिक संस्थाएं जो वर्षों से धार्मिक कार्य करते हे उनके पदाधिकारी और सदस्यों की नियमावली ओर संविधान की जांच कर इनकी संपति की भी जांच होना चाहिए l
इस बात को लेकर लगातार विवाद की स्थिति आए दिन बनती रहती हे l राम मंदिर करेली में नियमो के तहत रजिस्टर भी नहीं रहता हे l जो पूर्व मे हम सभी हरई माता के भक्तो सभी मिलकर जुगाड से बडी ही मुस्किल व परेशानी से उसमे भी GST बिल सनातन मंदिर प्रभारी पदेन तहसीलदार को दिया गया फिर ओर भी आर्थिक समस्याओं से हम सभी भक्त अपने जेब से देते रहे.l
अब हम सभी मां हरई माता के भक्तों ने सनातन मंदिर समिति के पदेन तहसीलदार को ही ये जबाबदारी सौप दी की वो 25,000/- GST बिल के साथ ये सभी व्यवस्थाऐ श्री हरई माता मंदिर मे दे 25,000/- से ज्यादा खर्च आवंटित नही मान्य होगा और नियम विरुद्ध भी होगा जो सनातन मंदिर समिति सदस्यों व प्रभारी पदेन तहसीलदार सभी द्वारा नियम बनाया गया था..।
अब ये सम्पूर्ण बिन्दु बार सभी व्यवस्थाऐ 25,000/- मे उपलब्ध कराये सभी बिलो की जानकारी भविष्य मे सूचना के अधिकार के तहत् श्री हरई माता सेवा समिति इसकी जानकारी शासन से निकलवाने का कार्य करेगी… 25,000/- से ज्यादा बिल का भुगतान नही होना चाहिए सभी खर्च मिलाकर.। श्री हरई माता मंदिर की भव्य विधुत साज-सज्जा, जैसी आप सभी भक्त विगत 5 से 7 वर्षो से देख रहे वैसी हो l
साउड सिस्टम शानदार 5 माईक महाआरती व मा के भजनों हेतु कुशल गुणवत्ता पूर्ण साउड व्यवस्था श्री हरई माता दरबार मे आप सभी करेली शहरवासी जो भव्य सुन्दर फ्लावर्स डेकोरेशन व माई का गर्भ गृह से लेकर मंदिर का सम्पूर्ण गोल दरबार मे फ्लावर्स, व माई का एक अलग से बगीचे मे भव्य फ्लावर्स का दरबार , व मंदिर प्रारभिक गेट को फ्लावर्स से व लाइट से सजावट की जाती रहे आगे भी पव्यवस्था की जाए..।. नौ दिनों तक महाआरती के बाद श्री हरई माता दरबार मे करेली शहर के सभी हिन्दू सनातन धर्म प्रेमियों की अपार भीड़ पडती है उस हेतु नौ दिन मे करीब 80 से 90 किलो प्रसाद जो विगत 5 से 7 साल से दिल खोल कर बनवाया गया ये सभी व्यवस्थाए इस वर्ष. श्री हरई माता रानी का नौ दिन माई का भोग अन्दर की पूजन सामग्री व जो माई के श्रृंगार के लिए जो छोटी से छोटी ओर बडी से बडी माँ के श्रृंगार व भोग गर्भ गृह के अंदर जो सभी सामग्री पंडित जी को लगे वो उपल्बध करायी जाई। ये सभी नौ दिवसीय व्यवस्थाए श्री हरई माता देवी दरबार मे 25,000/- रुपयो मे हो इससे ज्यादा खर्च मान्य नहीं होगे क्योंकि प्रभारी पदेन तहसीलदार द्वारा नियम बनाया है जो भी काम करे उसे सभी बिल GST बिल हो ये सभी जानकारी नवरात्रि बाद हम सभी श्री हरई माता दरबार के मां के भक्त सभी बिलो व भुगतान की दरबार की जानकारी सूचना के अधिकार हमारे नैतिक दायित्व से मंदिर समिति का हिसाब अवश्य देखेगे..।ये सभी कार्य श्री हरई माता सेवा समिति करेली सभी भक्तो ने मिलकर 25,000/- मे बडी ही मुस्किल परेशानीयो से किये…,और तो और.. फिर 6 माह बाद पैमेंट हो रहा फिर सनातन मंदिर समिति के प्रभारी पदेन तहसीलदार सर को पक्के GST बिल भी दिऐ ओर GST सभी समस्याओं के बाद का भुगतान हम सभी भक्त श्री हरई माता सेवा समिति के अपने जेब से देते आ रहे थे…. ये सब सत्य आप सभी के समकक्ष लाना आवश्यक था.l
लगभग 100 एकड़ से उपजाऊ जमीन की नीलामी का आडिट रिपोर्ट जनता के सामने आना चाहिए l ओर व्यवसायिक दुकानें संचालित करने बालो की भी संपति की भी जांच होना चाहिए और सार्वजनिक रूप से पेपर में प्रकाशित होना चाहिए यह प्रशाशन का दायित्व बनता हैं ।
श्री हरई माता दरबार के प्रति कोई अनिमिताए भष्ट्राचार व कुछ भी गलत का सदैव विरोध करुगा बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगे हम सभी मां के भक्त शहर में हमरदाफ यह जन चर्चा रहती है धार्मिक कार्यों और मूर्ति स्थापना पर जनप्रतिनिधि अपनी निधि से राशि तो देते हे पर इनके विश्वास पात्र व्यक्ति ही इनको बदनाम करते हुए बड़ी मात्रा में चंदे के नाम पर वसूली भी करते हे और बदनामी भी करते हे l जनप्रधिनिधि इस बात को लेकर भी सजग रहते हुए जांच भी कराए यह दबी जुवान से कहते हैं l